नस्लवाद और भेदभाव को क्रिकेट से दूर रखने के लिए लिया जाएगा जासूसों की मदद
नस्लवाद और भेदभाव बहुत पुराना विवाद है आए दिन इस विषय को लेकर चर्चा होती रहती है। नस्लवाद ने नजाने कितने लोगों कि जान भी ली है आए दिन ये मामला किसी ना किसी वजह से तुल पकड़ता रहता है। बता दें एक बार फिर इसे लेकर आवाज उठाई गई है दरअसल भारन और इंग्लैंड के बीच बर्मिंघम में पांचवें टेस्ट के दौरान भारतीय दर्शकों पर नस्लीय टिप्पणियों की गई थी। अब इसको लेकर वॉरविकशर काउंटी ने काफी सख्त कदम उठाए हैं। वो नस्लवाद और भेदभाव को क्रिकेट से दूर रखने के लिए जासूसों की मदद लेंगे।
Edgbaston to have undercover spotters, increased police presence to deal firmly with racism
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#Edgbaston #racism #CricketTwitter pic.twitter.com/a0iSmPxuMM— ANI Digital (@ani_digital) July 7, 2022
भारत और इंग्लैंड के बीच शनिवार 9 जुलाई को एजबेस्टन में दूसरा टी-20 मैच खेला जाना है। इसी मुकाबले में अंडरकवर क्राउड स्पॉटर्स की तैनाती होगी। ये लोग दर्शकों के बीच में रहेंगे और ऐसी किसी नस्लवाद या भेदभाव से जुड़ी किसी भी घटना को पकड़ने के लिए सतर्क रहेंगे। साथ ही साथ इस मैच को लेकर ज्यादा पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया जाएगा।
Racist behaviour at @Edgbaston towards Indian fans in block 22 Eric Hollies. People calling us Curry C**ts and paki bas****s. We reported it to the stewards and showed them the culprits at least 10 times but no response and all we were told is to sit in our seats. @ECB_cricket pic.twitter.com/GJPFqbjIbz
— Trust The Process!!!! (@AnilSehmi) July 4, 2022
#racism #ENGvIND #Edgbaston #verbalabuse Disappointed to hear and see racist slur against Indian players @imShard and @mdsirajofficial by the spectators in the south lower stand at Edgaston, UK.
Cricket is no longer a gentlemen's game here in the UK 🙁 pic.twitter.com/WmqFPjUh8P
— pavan (@pspavan007) July 4, 2022
टीम इंडिया के फैन ने सोशल मीडिया पर अपने पोस्ट में लिखा था कि एरिक हॉलीज स्टैंड में भारत के प्रशंसकों को नस्लीय दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा रहा है। वहीं, एक अन्य यूजर्स ने भी पोस्ट में बताया था कि भारत और इंग्लैंड के मुकाबले के दौरान उन्हें नस्लवाद का सामना करना पड़ा। ऐसे उन्हें भी कभी किसी अन्य मुकबाले में अनुभव नहीं किया था। मामला सामने आने के बाद इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड और एजबेस्टन के अधिकारियों ने मांफी भी मांगी थी और जांच कराने का भरोसा दिलाया था।
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? “We need to work harder as people, as well as a venue, to take responsibility for ensuring that everyone feels safe and welcome."
? https://t.co/0Oo4I6h1nM#Edgbaston pic.twitter.com/12Z556qk1b
— Edgbaston (@Edgbaston) July 7, 2022
इंग्लैंड बोर्ड ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा था कि हमें यह पढ़कर बहुत दुख है और हम इस तरह के व्यवहार की कड़ी निंदा करते हैं। हम टेस्ट मुकाबले में नस्लवादी दुर्व्यवहार की रिपोर्ट सुनकर चिंतित हैं। हम एजबेस्टन के अधिकारियों के संपर्क में हैं, जो इस मामले की जांच करेंगे। क्रिकेट में नस्लवाद के लिए कोई जगह नहीं है।
We’re incredible sorry to read this and do not condone this behaviour in anyway. We’ll be investigating this ASAP.
— Edgbaston (@Edgbaston) July 4, 2022
2020-21 में ऑस्ट्रेलिया में खेले गए सिडनी टेस्ट के दौरान ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों ने मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह के खिलाफ भी नस्लीय टिप्पणी की थीं। सिराज-बुमराह को सिडनी टेस्ट में लगातार दो दिन टिप्पणियों का शिकार होना पड़ा था। इसके बाद टीम मैनेजमेंट ने मैच रैफरी डेविड बून से शिकायत की थी। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) ने बाद में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और टीम इंडिया से माफी भी मांगी थी।
We wholeheartedly support @Edgbaston and @thebharatarmy ? pic.twitter.com/4elsfe5Cv1
— Jos Buttler’s Barmy Army (@TheBarmyArmy) July 7, 2022
रहाणे की शिकायत के बाद फील्ड अंपायर्स पॉल राफेल और पॉल विलसन ने पुलिस को इसकी जानकरी दी। इसके बाद न्यू साउथ वेल्स (NSW) पुलिस ने 6 लोगों को स्टेडियम से बाहर किया था।
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? “We need to work harder as people, as well as a venue, to take responsibility for ensuring that everyone feels safe and welcome."
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— Edgbaston (@Edgbaston) July 7, 2022