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यह वजह हैं श्रीलंका में खराब आर्थिक संकट और गोटबाया के राष्ट्रपति भवन को छोड़ने की

भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) प्रेसिडेंट हाउस छोड़कर भाग गए हैं। इस वक्त श्रीलंका बड़े आर्थिक संकट से गुजर रहा है। श्रीलंका में भयंकर आर्थिक संकट छाया हुआ है। मीड़िया रिपोर्टस के मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग को लेकर आज यानी शनिवार को राष्ट्रपति भवन को घेर लिया। इस बीच राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) राष्ट्रपति भवन छोड़ दिया है। प्रदर्शनकारी श्रीलंका की बेहद खराब हालत के खिलाफ सड़कों पर उतरे हैं।

श्रीलंका में आर्थिक संकट को लेकर जारी प्रदर्शन के बीच आंदोलनकारियों ने राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के सरकारी आवास पर कब्जा कर लिया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राजपक्षे के देश छोड़ने की भी अटकलें लगाई जा रही हैं। श्रीलंका में राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के खिलाफ काफी समय से ‘Gota Go Gama’ और ‘Gota Go Home’ आंदोलन जारी है।

आर्मी पर है पेट्रोल पंप की जिम्मेदारी
श्रीलंका में खराब़ आर्थिक स्थिती को लेकर आम लोगों की पुलिस, आर्मी और एयरफोर्स के साथ हिसंक झड़पें जारी हैं, क्योंकि आर्मी ही यहीं पेट्रोल पंप की निगरानी कर रहे हैं। समाज में उग्रता अपेक्षा से ज्यादा बढ़ी है, जो दंगों के रूप में उभर जाती है। खराब स्थिती को लेकर स्कूल-कॉलेज, अस्पताल बंद पड़े हैं। लिहाजा युवक घर पर अपने परिवार को बेबस जूझते हुए देखने पर मजबूर हैं।

गैस की कमी से लोग घरों में लकड़ी का चूल्हा जलाने को मजबूर
केमिकल फर्टिलाइजर पर बैन के होने के कारण देश में खाद्य संकट की स्थिती पैदा हो गई है। गैस की कमी के चलते लोग घरों में चूल्हा जला रहे हैं। श्रीलंका के मध्यमवर्गीय परिवारों ने भी अपने भोजन की खपत को कम कर दिया है, क्योंकि वे इतनी महंगी खाद्य सामग्री लेने से कतरा रहे हैं।

मई में जो महंगाई 39.1% थी, वो जून में बढ़कर 54.6% हो गई है। अगर सिर्फ खाद्य महंगाई को देखें तो मई में जो 57.4% थी, वो जून में बढ़कर 80.1% हो गई है।

सबसे बड़ा आर्थिक संकट
श्रीलंका में लोगों को रोजमर्रा से जुड़ी चीजें भी नहीं मिल रही हैं, अगर मिल रहीं हैं तो कई गुना महंगी मिल रही हैं। विदेशी मुद्रा भंडार लगभग खत्म हो चुका है, जिससे जरूरी चीजों का भी आयात भी नहीं हो पा रहा है। इनमें सबसे ज्यादा ईंधन की कमी है। पेट्रोल पंप पर कई किलोमीटर की लंबी लाइनें लगी हुई हैं। लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है, देश की जनता सड़कों पर उतरी हुई है।