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अपने फोन से इन ऐप्स को जल्दी से कर दें डिलीट, वरना हो जाएगा हैक

गूगल प्ले स्टोर पर कई ऐसी ऐप्स लगातार पाई जा रही हैं जो यूजर्स का डाटा चुराने का काम करती हैं या फिर उनके साथ फ्रॉड करने में माहिर होती हैं। इस तरह की ऐप्स को हैकर्स या किसी स्पाई फर्म द्वारा ऑपरेट किया जाता है। इसी तरह की एक ऐप को एक बार फिर से ढूंढा गया है जिसके जरिए यूजर्स का फोन हैक भी हो सकता है। दरअसल, साइबरसिक्योरिटी फर्म Trend Micro ने लोकप्रिय फाइल शेयरिंग एंड्रॉइड ऐप में कुछ कमियां ढूंढी हैं। ऐसे में सिक्योरिटी फर्म की तरफ से यह सलाह दी जा रही है कि इस ऐप को शेयर करना बंद कर दिया जाएगा जब तक इस ऐप के सिक्योरिटी मुद्दों को सुलझा नहीं लिया जाता है।

Trend Micro की रिपोर्ट के मुताबिक, “इस ऐप में पाई गई कमियों का दुरुपयोग कर यूजर्स के संवेदनशील डाटा को लीक किया जा सकता है।” आपको बता दें कि यह ऐप अलग-अलग की फाइल्स को डाउनलोड और ट्रांसफर करने की अनुमति देती है। इसे भारत में बैन किया गया है। लेकिन वर्ष 2019 में SHAREit सबसे ज्यादा डाउनलोड की जाने वाली ऐप्स में से एक था। इसका सीधा मतलब यह है कि लाखों लोगों का डाटा खतरे में हो सकता है।

SHAREit के 1 बिलियन से ज्यादा यूजर्स हैं। इस वर्ष सबसे ज्यादा डाउनलोड की जाने वाली ऐप्स में से एक था। इसके बाद सरकार ने नवंबर 2020 में TikTok समेत 57 अन्य चीनी ऐप्स को बैन कर दिया था जिसमें SHAREit भी शामिल था। ऐसे में भारतीय यूजर्स का इस ऐप का अनइंस्टॉल करना समझदारी का काम होगा। क्योंकि अगर ऐसा नहीं किया जाता, तो यह हैकर्स के लिए एक ओपन इनविटेशन जैसा होगा। SHAREit के विकल्पों में आईफोन के लिए एयरड्रॉप, एंड्रॉइड फोन पर वाई-फाई डायरेक्ट, फाइल्स गो जैसे कई अन्य शामिल हैं।

Trend Micro ने कहा है कि SHAREit को इस मामले की सूचना दे दी गई है लेकिन अब तक इस पर कोई प्रतिक्रिया प्राप्त नहीं हुई है। इस रिपोर्ट का खुलासा रिसर्च से तीन महीने बाद किया गया है क्योंकि कई यूजर्स इससे प्रभावित हो सकते हैं। हैकर्स इस ऐप के जरिए यूजर्स के निजी और सेंसिटिव डाटा को चुरा सकते हैं। इस ऐप में इस तरह के हमले आसानी से पता नहीं लगाए जा सकते हैं।

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