ट्रेन में सफर से पहले आपको यह जानना चाहिये की जंक्शन, सेंट्रल और टर्मिनल में क्या अंतर होता है?
भारतीय रेल में सफर हम सभी ने अपने जीवन में कभी ना कभी किया है। ट्रेवल करने के लिए अन्य सभी साधनों के मुकाबले सामान्यत: रेल का ही चुनाव किया जाता है। सफर के लिए इसका सबसे पहले चुनाव किया जाना इसकी व्यापकता और विश्वसनीयता को प्रदर्शित करता है।
इंडियन रेलवे को हम हमारे देश भारत की लाइफलाइन का दर्जा दे सकते है। क्योंकि यह सिर्फ मुसाफिरों को ही उनके गंतव्य स्थान तक नहीं पहुँचाती। बल्कि बड़े मालवाहक के तौर पर कार्य करके यह कई स्त्रोंतो का आधार है। हर दिशा में रेल का नेटवर्क फैला हुआ है। रेल का नेटवर्क सबसे बड़ा नेटवर्क माना जाता है।
हर आपदा में इसने अपनी उपयोगिता को भी साबित किया है। चाहे कोई भी संकट हो यह हमेशा सबसे पहले लोगों की मदद में शीर्ष स्थान पर रहती है। लॉकडाउन के समय में भी मुसाफिरों को उनके घर तक ले जाने में यह सबसे अव्वल स्थान पर रही।
देश के करोंड़ो लोगों को रोजगार देकर इसने अपनी व्यापकता सिद्ध कर दी है। सबसे अधिक रोजगार रेलवे के द्वारा ही आम जनसंख्या को दी जाती है। हमने अपने जीवन में बहुत बार ट्रेन मे सफर किया है और हर स्टेशन पर कुछ ना कुछ रेलवे से संबंधित ऐसी चीजों को देखा है, जिनका अर्थ हमें आज तक मालूम नहीं हुआ।
जब हम किसी स्टेशन पर पहुँचते है, तो उस स्टेशन में किसी शहर के नाम के साथ जंक्शन तो किसी के साथ सेंट्रल लिखा रहता है। इसी तरह टर्मिनस और टर्मिनल भी लिखा होता है। परंतु आज तक हम इनका सही अर्थ नहीं जा पाए। कुछ जीवन की व्यस्तता तो कुछ सही जानकारी का आभाव इन शब्दावली का अर्थ समझने में बाधा बने। हालांकि इन शब्दों का रेलवे में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है।
अगर आपके साथ भी कुछ ऐसा है, तो आज हम आपके पास ऐसी महत्वपूर्ण जानकारी लेकर आये है। जिसे जानने के बाद आपके मन से इन शब्दों से संबंधित सारे कंफ्यूजन दूर हो जायेंगे साथ ही आपके ज्ञान में भी वृद्धि होगी। इस खबर से आप भी इन शब्दों का अर्थ समझ कर रेलवे की शब्दावली को बेहतर तरीके से जान पाएंगे। आइये इन महत्वपूर्ण शब्दावली के विषय में विस्तार से जानते है।
जंक्शन का अर्थ
जब भी हम रेल में सफर करते है। उसमें बहुत से स्टेशनों के नाम के बाद में जंक्शन जुड़ा हुआ होता है। जिसका अर्थ शायद हम में से बहुत से लोगों को नहीं पता होता। आपको बता दे कि जंक्शन शब्द उन स्टेशनों के पीछे लिखा जाता है। जो बहुत बड़े स्टेशन होते है।
बड़े स्टेशन का अर्थ होता है कि ऐसे स्टेशन जहॉं पर एक से ज्यादा ट्रेन एक ही रूट पर रूकती है। जंक्शन स्टेशन पर दो या दो से अधिक ट्रेनें जो दूसरे दूसरे रूटों से आती है। वह आकर रूकती है। तो अब से जब भी आप जंक्शन लिखे हुए स्टैशन पर पहुँचे तो समझ जाइयेगा कि आप एक बड़े स्टेशन पर आ चुके है।
सेंट्रल का अर्थ
यात्रा के दौरान हमने देखा हे कि बहुत से स्टेशनों के पीछे सेंट्रल लिखा होता है। आपको जानकारी के लिए बता दे कि वह स्टेशन जिनके पीछे सेंट्रल लिखा होता है उसका अर्थ यह है कि जिस शहर में हम पहुँचे है।
उस शहर में एक से अधिक स्टेशन मौजूद है और जिसमें सेंट्रल लिखा है वह इस शहर का सबसे पुराना स्टेशन है। इसके साथ ही यह स्टेशन में शहर के नाम के पीछे सेंट्रल लिखे रहने से यह भी पता लगता है, कि यह स्टेशन बहुत अधिक व्यस्त स्टेशन है।
टर्मिनल या टर्मिनस का अर्थ
जंक्शन और सेंट्रल स्टेशन के अलावा हमने यह भी देखा है कि बहुत से स्टेशनों के पीछे में टर्मिनल या टर्मिनस लिखा रहता है। अगर किसी स्टेशन के पीछे टार्मिनल या टर्मिनस लिखा हो तो आपको जानकारी के लिए बता दे कि इसका अर्थ होता है कि यह स्टेशन आप जिस रूट से आ रहे है। उसका आखिरी स्टेशन है अर्थात इसके आगे कोई भी रेलवे ट्रैक मौजूद नहीं है।
रेलवे ट्रेक ना होने का अर्थ है कि अब वह ट्रेन इस स्टेशन से उसी दिशा में वापस लौट जायेगी, जिस दिशा से वह ट्रेन आई है। हमारे देश भारत में कुल 27 स्टेशनों के पीछे टर्मिनस या फिर टर्मिनल लिखा हुआ है। यह थी रेलवे स्टेशनों से संबंधित कुछ सामान्य जानकारी जोकि स्टेशनों के पीछे लिखे शब्दों का अर्थ समझनें में सहायक है। हमें आशा है कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी।