जानिए देश के नए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के बारे में ?

भारत के नए उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए शनिवार को मतदान हुआ है और इस चुनाव का नतीजा कल आ गया था । इस चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ और विपक्ष की संयुक्त उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा के मैदान में थीं। उपराष्ट्रपति पद के परिणाम में जगदीप धनखड़ की जीत हुई है।

उपराष्ट्रपति के चुनाव में एनडीए उम्मीदवार जगदीप धनखड़ को 528 वोट मिले और मार्गरेट अल्वा को 182 वोट मिले थे।

कौन हैं जगदीप धनखड़?

राजस्थान ज़िले के झुंझुनू ज़िले के किठाना गाँव में 18 मई, 1951 को पैदा होने वाले धनखड़ ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल का कार्यभार 30 जुलाई, 2019 को संभाला था।

जगदीप धनखड़ की शुरुआती पढ़ाई (कक्षा एक से पाँच तक) गाँव के ही सरकारी स्कूल में हुई। उसके बाद, उन्होंने स्कॉलरशिप हासिल करके चित्तौड़गढ़ के सैनिक स्कूल में दाख़िला लिया।

धनखड़ ने जयपुर के प्रतिष्ठित महाराजा कॉलेज से बीएससी (ऑनर्स) की डिग्री हासिल की. उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय से ही क़ानून (एलएलबी) की पढ़ाई की थी ।

धनखड़ ने वर्ष 1979 में राजस्थान बार काउंसिल की सदस्यता ली। 27 मार्च, 1990 को वे सीनियर एडवोकेट बने और उसी समय से धनखड़ सुप्रीम कोर्ट में भी प्रैक्टिस करते रहे। वे 1987 में राजस्थान हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष भी चुने गए।

धनखड़ का राजनीतिक करियर वर्ष 1989 से शुरू हुआ। उस वर्ष वे भाजपा के समर्थन से जनता दल के टिकट पर झुंझुनू से लोकसभा चुनाव लड़े और जीत कर पहली बार संसद पहुंचे। वे केंद्र में मंत्री भी रहे।

जनता दल के विभाजन के बाद वो पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा के खेमे में चले गए। लेकिन जनता दल से टिकट न मिलने पर बाद में वो कांग्रेस में चले गए। उन्होंने अजमेर से कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव भी लड़ा, लेकिन हार गए।

उसके बाद वर्ष 2003 में वे बीजेपी में शामिल हो गए। वर्ष 1993 से 1998 के बीच वे अजमेर की किशनगढ़ विधानसभा से विधानसभा के सदस्य रहे थे ।लोकसभा और विधानसभा के अपने कार्यकाल के दौरान वे कई अहम समितियों के सदस्य रहे।

वहीं उनकी पुत्री कामना, जयपुर के एमजीडी स्कूल और अजमेर के मेयो कॉलेज से पढ़ाई करने के बाद अमेरिका से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है।