‘‘पीएम-जेएवाई लाभार्थी सबसे बड़ी सार्वजनिक स्वास्थ्य बीमा योजना में सबसे महत्वपूर्ण हितधारक हैं’’: डॉ. मांडविया
केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने दो दिवसीय आरोग्य मंथन 2022 कार्यक्रम का उद्घाटन किया। आरोग्य मंथन आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी पीएम-जेएवाई) के 4 साल और आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) के 1 साल पूरे होने का प्रतीक है।
डॉ. मनसुख मांडविया ने सबसे बड़ी वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य बीमा योजना में पीएम-जेएवाई लाभार्थियों को सबसे महत्वपूर्ण हितधारक के रूप में रेखांकित करते हुए कहा कि देश में 33 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों में 19 करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं, और 24 करोड़ से अधिक एबीएचए नंबरों का सृजन किया गया है। यह देश में स्वास्थ्य रिकॉर्ड के डिजिटलीकरण में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि दर्शाता है।
उन्होंने यह भी बताया कि प्रतिदिन 4.5 लाख कार्ड बनाने की वर्तमान दर को बढ़ाकर 10 लाख आयुष्मान कार्ड प्रतिदिन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान स्वास्थ्य सेवाओं को प्रौद्योगिकी द्वारा सक्षम डिलीवरी श्रृंखला के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने पर केन्द्रित है। डॉ. मांडविया ने कहा कि पीएम-जेएवाई देश में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच के मामले में समृद्ध और वंचित वर्गों के बीच की खाई को पाटने में सफल रहा है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने स्वास्थ्य दावा विनिमय (एचसीएक्स), राष्ट्रीय ई-रूपी पोर्टल और डिजिटलीकरण के लिए रूपरेखा सहित कई नई पहल की शुरुआत की। एनएचए, कॉफी टेबल बुक और बेस्ट प्रैक्टिस बुकलेट के लिए वार्षिक रिपोर्ट के डिजिटल संस्करण का भी अनावरण किया गया। ये प्रकाशन pmjay.gov.in पर देखे जा सकते हैं।
डॉ. मांडविया ने ‘‘डिजिटल हेल्थ एक्सपो’’ का उद्घाटन किया, जिसमें एनआईसी (ई-हॉस्पिटल और आरोग्य सेतु को प्रदर्शित करते हुए), सी-डैक, कर्नाटक सरकार, विशाखापट्टनम के मेडिकल डिवाइसेज स्टार्ट-अप, एडब्ल्यूएस इंडिया, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, टाटा मेडिकल एंड डायग्नोस्टिक्स, रिलायंस डिजिटल हेल्थ, हिताची एमजीआरएम, पेटीएम, बजाज फिनसर्व हेल्थ सहित अन्य सरकारी और निजी क्षेत्र से डिजिटल स्वास्थ्य नवोन्मेषकों की उत्साहजनक भागीदारी देखी गई।