भारत का संविधान दिवस आज, जानिए 2 महीने के बाद क्यों किया गया था लागू
भारत में संविधान दिवस आज यानि कि 26 नवंबर को मनाया जाता है। आज ही के दिन हमारे देश का संविधान बनके तैयार हो गया था। इसे बनाने के लिए पुरे देश के हर प्रान्त हर समुदाय के 299 विद्वानों को चुना गया। इस पीठ को हमारा संविधान बनाने में 2 वर्ष 11 महीने और 18 दिन लगे थे, जिसमे कुल 114 दिनों की बैठक हुई। बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर दुनिया के चुनिंदा विद्वानों में से एक थे, उन्होंने विश्व के 50 देशों की संविधान का अध्यन किया और भारत के संविधान बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। बाबा साहब को भारतीय संविधान का पिता भी कहा जाता है।
क्यों किया गया 2 महीनें बाद लागू?
भारत का संविधान 26 नवंबर 1949 को बनके तैयार हो गया, लेकिन इसे लागु करने के लिए 26 जनवरी की तारीख को चुना गया। इसका कारण ये था कि इसी दिन भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित नेहरू ने सन 1934 में वर्तमान पाकिस्तान के लाहौर में तिरंगा फ़हरा कर, स्वराज्य की घोषणा कर दी थी। इस तिथि को याद रखने और इसके महत्व को कायम रखने के लिए संविधान को ठीक 2 महीने बाद यानि कि 26 जनवरी को लागु किया गया।
इन नेताओं का था अहम् योगदान
भारत के संविधान को बनाने में देश के सैकड़ो लोगों ने अपनी अहम् भूमिका निभाई, उनकी भूमिका को कभी भुला नहीं जा सकता। लेकिन संविधान को बनाने में सबसे बड़ी भूमिका BR अम्बेडकर ने निभाई। इसके अलावा इस संविधान समिति के अध्यक्ष डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद,पंडित नेहरू और सरदार बल्लभ भाई पटेल ने भी अहम् भूमिका निभाई।
देश के गृह मंत्री समेत कई बड़े नेताओं ने दी बधाई
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, गृह मंत्री अमित शाह, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित देश के तमाम बड़े नेताओं ने संविधान दिवस की बधाई दी। इसी मौके पर राष्ट्रपति कोविंद ने संविधान के प्रस्तावना को पढ़ा
Watch LIVE: President Kovind leads the nation in reading the Preamble to the Constitution of India on the occasion of Constitution Day https://t.co/wiVDCX9n5f
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 26, 2020