रेलवे ने अप्रैल-सितंबर में 851 रूट किलोमीटर का विद्युतीकरण किया
भारतीय रेलवे ने अपने संपूर्ण ब्रॉड गेज नेटवर्क के विद्युतीकरण की महत्वाकांक्षी योजना प्रारंभ की है, जिसकी परिणति केवल बेहतर ईंधन ऊर्जा के उपयोग, थ्रूपुट में वृद्धि, ईंधन पर होने वाले व्यय में कमी के रूप में ही नहीं होगी, बल्कि इसकी बदौलत बहुमूल्य विदेशी मुद्रा की भी बचत होगी।
वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान, सितंबर 2022 तक, भारतीय रेल ने वित्त वर्ष 2021-22 की इसी अवधि के दौरान हासिल 562 रूट किलोमीटर (आरकेएम) की तुलना में 851 रूट किलोमीटर (आरकेएम) हासिल कर लिया है। यह पिछले वर्ष की इसी अवधि के आंकड़ों से 51.4% अधिक है।
Marching Towards Mission 100% Electrification: Striving to become a Net Zero Carbon Emitter by 2030. pic.twitter.com/gBxM9gtu6l
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) October 12, 2022
इस वित्तीय वर्ष के दौरान विद्युतीकरण का लक्ष्य 6500 आरकेएम है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2021-22 के दौरान भारतीय रेल के इतिहास में 6,366 आरकेएम का रिकॉर्ड विद्युतीकरण हासिल किया गया था। इससे पहले, 2020-21 के दौरान उच्चतम विद्युतीकरण 6,015 आरकेएम था।
30.09.2022 तक, भारतीय रेल के बीजी नेटवर्क के 65,141 आरकेएम (केआरसीएल सहित) में से 53,098 बीजी आरकेएम का विद्युतीकरण किया जा चुका है, जो कुल बीजी नेटवर्क का 81.51% है।