भारत के नए मतदाता इंडिया@2047 को परिभाषित करेंगे, जैसा कि प्रधानमंत्री मोदी ने परिकल्पित किया है: डॉ. जितेंद्र सिंह
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि नए मतदाता इंडिया@2047 को परिभाषित करेंगे और अपने युवाकाल वाले इन वर्षों में उनके पास अपनी ओर से सेंचुरी इंडिया के निर्माण में योगदान करने का विशेष अवसर है, जिसकी परिकल्पना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की है।
मुरादाबाद में नए और युवा मतदाताओं को संबोधित करते हुए डॉ.जितेंद्र सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में लगभग 5.5 करोड़ युवा पुरुष और महिलाएं हैं, जो 18-30 आयु वर्ग के हैं, जो राज्य के कुल मतदाताओं का लगभग 37% है।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने युवाओं को बताया कि कुछ दिन पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने 10 लाख कर्मियों के लिए भर्ती अभियान – रोजगार मेला का शुभारंभ किया और समारोह के दौरान, 75,000 नवनियुक्त व्यक्तियों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में 10 लाख सरकारी नौकरियों के लक्ष्य को मिशन मोड में पूरा किया जाएगा।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने युवाओं से आकर्षक स्टार्टअप उपक्रमों और नवीन उद्यमिता के माध्यम से आजीविका के अन्य साधनों के लिए प्रयास करने की भी अपील की, क्योंकि किसी भी देश के लिए सभी को सरकारी नौकरी प्रदान करना लगभग असंभव है।
कृषि, निजी क्षेत्र और एमएसएमई जैसे सबसे अधिक रोजगार देने वाले क्षेत्रों पर प्रधानमंत्री के फोकस का जिक्र करते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि आज प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत युवाओं को देश के उद्योगों की जरूरत के हिसाब से प्रशिक्षित करने का एक बड़ा अभियान चल रहा है और कहा कि पूरे देश में अब तक 1.25 करोड़ युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि ड्रोन नीति को उदार बनाने, अंतरिक्ष नीति को खोलने और मुद्रा योजना के तहत 20 लाख करोड़ रुपये के ऋण जैसी पहलों ने युवाओं के लिए नए अवसर खोले हैं।
2014 से युवा शक्ति पर प्रधानमंत्री के निरंतर ध्यान का उल्लेख करते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि 15 अगस्त, 2017 को स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में श्री मोदी ने कहा था, “1 जनवरी, 2018 एक सामान्य दिन नहीं होगा – इस सदी में पैदा हुए लोग 18 साल के होने लगेंगे। इन लोगों के लिए यह उनके जीवन का निर्णायक वर्ष है। वे 21वीं सदी में हमारे देश के भाग्य विधाता बनने जा रहे हैं। मैं इन सभी युवाओं का तहे दिल से स्वागत करता हूं, उनका सम्मान करता हूं और उनका मैं अभिनंदन करता हूं। आपके पास हमारे देश की नियति को आकार देने का अवसर है। एक गौरवान्वित राष्ट्र आपको अपनी विकास यात्रा का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित करता है।”
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, 2019 के चुनावों में, 13.3 करोड़ युवा वयस्कों को मतदान करने का अवसर मिला और उनमें से 7 करोड़ युवा पुरुष और 6.3 करोड़ युवा महिलाएं थीं तथा उनमें से 72 प्रतिशत से अधिक भारत के गांवों में रहने वाले थे। उन्होंने कहा कि यह संख्या 2024 तक 14 करोड़ को छू सकती है और यह भारत का जनसांख्यिकीय लाभ है जिसे बेकार नहीं जाने देना चाहिए।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने युवाओं और प्रशासन को भी याद दिलाया कि भारत के निर्वाचन आयोग ने इस साल जुलाई में घोषणा की थी कि 17 वर्ष से अधिक उम्र के लोग अब मतदाता सूची में नामांकित होने के लिए अग्रिम आवेदन कर सकते हैं और आवेदन करने के लिए अठारह वर्ष की मतदान की आयु तक प्रतीक्षा करने की जरूरत नहीं है।
आयोग ने सभी राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों और निर्वाचन पंजीकरण अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे तकनीक आधारित समाधान तैयार करें ताकि संबंधित युवा बाद की तीन पात्र तिथियों – 1 अप्रैल, 1 जुलाई और 1 अक्टूबर से भी अपने अग्रिम आवेदन दाखिल कर सकें, न कि केवल 1 जनवरी से। उन्होंने कहा कि इस कदम से 18 वर्ष के होनेवाले नए युवा मतदाताओं को उसी वर्ष मतदाता सूची में उन्हें नामांकित करने के चुनाव आयोग के प्रयासों को बढ़ावा मिलेगा, जिसके लिए हाल ही में मतदाताओं के त्रैमासिक पंजीकरण की अनुमति देने के लिए एक संशोधन किया गया था।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार संयुक्त रूप से राज्य के सभी नुक्कड़ और कोनों में ‘युवा विजय संकल्प रैली’ आयोजित करने की योजना बना रही है ताकि युवाओं को “डबल इंजन की सरकार” की विकासात्मक पहलों और उपलब्धियों से अवगत कराया जा सके।