ग्रामीण विकास मंत्रालय ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बदलने वाले विचारों, समाधानों और कार्यों को आमंत्रित करते हुए प्रज्ज्वला चैलेंज लॉन्च किया
दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डीएवाई-एनआरएलएम) ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बदलने वाले विचारों, समाधानों और कार्यों को आमंत्रित करने के उद्देश्य से प्रज्ज्वला चैलेंज शुरू किया है। यह उन प्लेटफार्मों में से एक है जहां ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बदलने की क्षमता रखने वाले व्यक्तियों, सामाजिक उद्यमों, स्टार्ट अप, निजी क्षेत्र, नागरिक समाज, समुदाय आधारित संगठन, शैक्षणिक संस्थान, स्टार्ट-अप, इन्क्यूबेशन केंद्रों, निवेशकों आदि से विचार आमंत्रित किए जाते हैं।
ग्रामीण विकास मंत्रालय के सचिव शैलेश कुमार सिंह ने कल नई दिल्ली में प्रज्ज्वला चैलेंज का शुभारंभ किया। यह मिशन नवीन प्रौद्योगिकी समाधान, समावेशी विकास, मूल्य श्रृंखला हस्तक्षेप, बढ़ी हुई महिला उद्यमिता, लागत प्रभावी समाधान, स्थिरता, स्थान-आधारित रोजगार, स्थानीय मॉडल आदि के बारे में विचारों और समाधानों की तलाश कर रहा है। व्यापक रूपरेखा निम्नलिखित श्रेणियों में आती है:
ए. महिलाओं और समुदाय के हाशिए पर पड़े वर्ग पर ध्यान दें
बी. स्थानीयकृत मॉडल
सी. वहनीयता
डी. लागत प्रभावी समाधान
इ. बहु-क्षेत्रीय विचार और समाधान आदि
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इसके लिए आवेदन 29 दिसंबर, 2022 से 31 जनवरी, 2023 तक मंगाए गए हैं। चुने (शॉर्टलिस्ट) गए विचारों को मिशन द्वारा स्वीकार किया जाएगा और एक विशेषज्ञ पैनल से मेंटरशिप सपोर्ट और स्केल अप करने के लिए इनक्यूबेशन सपोर्ट प्रदान किया जाएगा। शीर्ष 5 विचारों को 2 लाख रुपये प्रत्येक के साथ पुरस्कृत किया जाएगा। आवेदक वेबसाइट www.prajjwalachallenge.com पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।
डीएवाई-एनआरएलएम ग्रामीण विकास मंत्रालय के प्रमुख गरीबी उन्मूलन कार्यक्रमों में से एक है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण गरीबों के लिए कुशल और प्रभावी संस्थागत मंच तैयार करना है, जिससे उन्हें स्थायी आजीविका वृद्धि और वित्तीय सेवाओं तक बेहतर पहुंच के माध्यम से घरेलू आय में वृद्धि करने में सक्षम बनाया जा सके। मिशन आजीविका वृद्धि के लिए केंद्रित है।
मिशन ने अब तक 8 करोड़ 70 लाख से अधिक महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों और उनके संघों में शामिल किया है। महिलाओं की लामबंदी और वित्तीय समावेशन में बहुत प्रगति हुई है। आजीविका के हस्तक्षेप को गहरा करने, बढ़ाने और विस्तार करने के माध्यम से स्थायी आय सुनिश्चित करना मिशन के फोकस में से एक है। इसके लिए सरकार, नागरिक समाज, समुदाय आधारित संगठन, उद्योग, शिक्षा, निजी क्षेत्र, स्टार्ट अप आदि जैसे कई हितधारकों के लिए एक साथ आने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बदलने और सामाजिक आर्थिक समृद्धि के लिए ग्रामीण भारत के जीवन में उन्नति के अवसर पैदा करने के लिए एक दूसरे के साथ मिलकर काम करने हेतु एक सुविधाजनक परितंत्र बनाने की आवश्यकता है।
प्रज्ज्वला चैलेंज लॉन्च समारोह में चरणजीत सिंह, अतिरिक्त सचिव (आरएल), मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के प्रमुख राज्य मिशन निदेशक, स्टार्ट-अप, इनक्यूबेटर और एनजीओ के प्रतिनिधि शामिल हुए।
बड़ी संख्या में लोगों तक इस बारे में जानकारी पहुंचाने के लिए प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के कार्यालय और बिमटेक-अटल इनोवेशन मिशन पोर्टल द्वारा प्रज्ज्वला चैलेंज को मंथन पोर्टल पर भी साझा किया जाएगा।