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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कल लाल किले पर ‘जय हिंद’ – द न्यू लाइट एंड साउंड शो का उद्घाटन करेंगे

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कल शाम नई दिल्ली में लाल किले पर बहुप्रतीक्षित लाइट एंड साउंड शो का उद्घाटन करेंगे।

लाल किले में ‘जय हिंद’ शीर्षक से नए अवतार में लाइट एंड साउंड शो के अंतर्गत 17वीं शताब्दी से लेकर आज तक के भारत के इतिहास और वीरता की एक नाटकीय प्रस्तुति होगी। एक घंटे तक चलने वाले लाइट एंड साउंड शो ‘जय हिंद’ को तीन भागों में बांटा गया है। इसमें मराठों का उदय, 1857 का स्वतंत्रता संग्राम, आज़ाद हिन्द फ़ौज़ का उदय और आईएनए के मुकद्दमों सहित भारत के इतिहास के प्रमुख प्रसंगों का जीवंत चित्रण प्रस्तुत किया जाएगा। इसमें प्रदर्शन कला के सभी स्वरूपों – प्रोजेक्शन मैपिंग, लाइव एक्शन फिल्मों, प्रकाश और इमर्सिव साउंड, अभिनेताओं, नर्तकियों और कठपुतलियों का उपयोग करके स्वतंत्रता की लड़ाई तथा पिछले 75 वर्षों में भारत की निरंतर प्रगति को प्रस्तुत किया जाएगा। 3-भागों के शो को लाल किले के अंदर नौबतखाना से दीवान-ए-आम से दीवान-ए-ख़ास तक विभिन्न स्मारकों में प्रदर्शित किया जाएगा।

इस शो को एक साथ 700 लोगों के देखने और उनके बैठने के लिए व्यवस्था के साथ अंग्रेजी और हिंदी भाषाओं में आम जनता के लिए प्रदर्शित करने की व्यवस्था की गई है।

लगभग 1 घंटे का यह शो खूबसूरती से परिकल्पित, लिखित और क्रियान्वित, एक तरह का दृश्य और सांस्कृतिक उपचार है जो भारत के समृद्ध इतिहास और विरासत को नई पीढ़ियों के लिए इंटरैक्टिव तकनीकों के माध्यम से उजागर करता है।

लगभग 5 वर्ष के अंतराल के बाद लाल किले में लाइट एंड साउंड शो नए सिरे से शुरू हो रहा है।

आज़ादी का अमृत महोत्सव के एक भाग के रूप में, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने पहले ही 4 संग्रहालय खोले हैं, जिनमें याद-ए-जलियां संग्रहालय, 1857 पर संग्रहालय- भारत का पहला स्वतंत्रता संग्राम, आज़ादी के दीवाने और लाल किले में नेताजी सुभाष चंद्र बोस संग्रहालय शामिल हैं। अब न्यू लाइट एंड साउंड शो दर्शकों के बीच देशभक्ति की भावना को और सशक्त करेगा।

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण हाल के वर्षों में, देश भर में स्मारकों और स्थलों को गौरवान्वित करने के लिए लगातार काम कर रहा है, जिससे आगंतुकों के अनुभव में वृद्धि हो रही है, चाहे वह 100 करोड़ टीकाकरण की उपलब्धि के दौरान रोशनी के व्यवस्था हो या आजादी के 75 वर्ष पूरे होने का उत्सव हो और जी-20 प्रतिनिधियों का स्वागत करना।