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प्रधानमंत्री ने कर्नाटक के हुबली में 26वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का उद्घाटन किया

मुख्य बातें:

पांच दिवसीय महोत्सव में युवा शिखर सम्मेलन का आयोजन होगा, जिसमें जी20 और वाई20 से जुड़े पांच विषयों, कार्य का भविष्य, उद्योग जगत, नवाचार और 21 वीं सदी के कौशल; जलवायु परिवर्तन और आपदा जोखिम में कमी आदि पर पूर्ण सत्र में चर्चा होगी।

महोत्सव के सभी स्थलों पर एकल उपयोग के बाद नष्ट की जाने वाली वस्तुओं पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। सभी स्थानों पर संदेश भेजकर हरित पहलों को सुदृढ़ किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कर्नाटक के हुबली में 26वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का उद्घाटन किया। यह कार्यक्रम स्वामी, विवेकानंद की जयंती पर मनाए जाने वाले राष्ट्रीय युवा दिवस पर उनके आदर्शों, शिक्षाओं और योगदानों को सम्मान देने और संजोने के लिए आयोजित किया गया है। महोत्सव की थीम ‘विकसित युवा – विकसित भारत’ है और यह देश के सभी हिस्सों की विविध संस्कृतियों को एक साझा मंच प्रदान करता है तथा प्रतिभागियों को एक भारत, श्रेष्ठ भारत की भावना से आपस में जोड़ता है। इस अवसर पर कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर; केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी, केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल राज्य मंत्री एस. निसिथ प्रमाणिक सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

इस अवसर पर अपने संबोधन में, प्रधानमंत्री ने वर्ष 2023 में राष्ट्रीय युवा दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एक ओर, हमारे पास राष्ट्रीय युवा महोत्सव है और दूसरी ओर आजादी का अमृत महोत्सव है। प्रधानमंत्री ने स्वामी विवेकानंद जी को उद्धृत करते हुए कहा, “उठो, जागो और लक्ष्य से पहले मत रुको”, विवेकानंद जी का यह उद्घोष भारत के युवाओं का जीवन मंत्र है। उन्होंने कहा कि अमृत काल में हमें देश को आगे ले जाने के लिए अपने कर्तव्यों पर जोर देना चाहिए और समझना चाहिए। प्रधानमंत्री ने इस प्रयास में भारत के युवाओं द्वारा प्राप्त स्वामी विवेकानंद जी से मिली प्रेरणा पर प्रकाश डाला। प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं इस विशेष अवसर पर स्वामी विवेकानंद जी के चरणों में अपना सिर झुकाता हूं।”

प्रधानमंत्री ने बदलते समय के आलोक में राष्ट्रीय लक्ष्यों की बदलती प्रकृति के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि 21वीं सदी का यह समय बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि आज भारत एक विशाल युवा आबादी वाला युवा देश है। प्रधानमंत्री ने कहा, “युवा शक्ति भारत की यात्रा की प्रेरक शक्ति है।” अगले 25 साल राष्ट्र निर्माण के लिए महत्वपूर्ण हैं। युवा शक्ति के सपने और आकांक्षाएं भारत की दिशा और मंजिल तय करती हैं और युवा शक्ति का जुनून भारत की राह तय करता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आज 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और “हमारा लक्ष्य इसे शीर्ष 3 में ले जाना है।” प्रधानमंत्री ने कृषि और खेल के क्षेत्र में उभरते अवसरों पर प्रकाश डालते हुए इस क्रांति के लिए युवाओं की शक्ति को श्रेय दिया। प्रधानमंत्री ने राष्ट्र की ताकत को जीवित रखने में महिला शक्ति की भूमिका पर जोर दिया और सशस्त्र बलों, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष और खेल में महिलाओं द्वारा बुलंदियों को छूने के उदाहरण दिए।

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अपने संबोधन में अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा, “ये राष्ट्रीय युवा महोत्सव हमारे राष्ट्र की संस्कृति और इससे जुड़ी जिज्ञासाओं, इसके समुदायों और इसके भौगोलिक क्षेत्रों से जुड़ी जिज्ञासाओं को सामने लाता है।” स्वामी विवेकानंद ने खेलों और फिजिकल फिटनेस के महत्व पर जो जोर दिया था उस पर अपने विचार रखते हुए केंद्रीय खेल मंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी हमेशा मानते थे कि एक स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ दिमाग का वास होता है।

ठाकुर ने इस बात की खूब सराहना की कि प्रधानमंत्री ने स्वामी विवेकानंद के इसी विज़न को जमीन पर साकार किया है और फिट इंडिया, खेलो इंडिया, खेल महाकुंभ जैसे कई कार्यक्रमों के जरिए युवाओं को स्वस्थ बनाने के लिए कड़ी मेहनत की है। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में ही ये मुमकिन है कि भारत दुनिया का सबसे बेहतरीन यूपीआई ऐप विकसित कर पाया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के विजन के कारण ही आज का युवा स्टार्ट-अप इंडिया और स्टैंड-अप इंडिया जैसी उल्लेखनीय पहलों से आत्मनिर्भर हो रहा है।

अनुराग ठाकुर ने अमृत काल और प्रधानमंत्री मोदी के पांच प्रणों का ज़िक्र करते हुए कहा, “भाइयों और बहनों, ये साल हमारे लिए खासा महत्वपूर्ण है। हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं और भारत के निर्माण की मुख्य जिम्मेदारी युवाओं पर टिकी है। लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री ने हमें ‘पांच प्रण’ दिए हैं, जिनमें विकसित भारत के लिए प्रयास करना, अपने गौरवशाली इतिहास पर गर्व करना, गुलामी की मानसिकता को मिटाना, एकजुटता के लिए प्रतिबद्ध होना और अपने अधिकारों से परे जाकर खुद को कर्तव्यों के प्रति प्रतिबद्ध करना शामिल है।”

अनुराग ठाकुर ने युवाओं से आग्रह किया कि वे स्वर्ण युग की ओर बढ़ने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिए गए “पांच प्रण” के आह्वान को अपनाएं।

आगे जी-20 पर बोलते हुए ठाकुर ने कहा, “अब भारत को जी-20 की अध्यक्षता मिल गई है। जी-20 के अंदर वाई-20 के जरिए हम देश भर में ‘वाई टॉक्स’ और ‘वाई वॉक्स’ की शुरुआत करके हर जिले, हर शहर, हर राज्य में पहुंचने की योजना बना रहे हैं।”

अपने संबोधन के अंत में, केन्द्रीय मंत्री ने युवाओं से अपील करते हुए कहा, “अंत में, मैं यही कहना चाहूंगा कि एक नरेन्द्र (स्वामी विवेकानंद) ने जिस भारत का सपना देखा था उसे आज के नरेन्द्र पूरा कर रहे हैं। यूक्रेन युद्ध के दौरान, हम ऑपरेशन गंगा चलाकर 27000 से अधिक बच्चों को सुरक्षित भारत वापस लाए। आज भारत ब्रिटेन को पीछे छोड़कर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। आइए, हम एक नए भारत के विजन को साकार करें और नशा, भय एवं गंदगी से मुक्त एक नए एवं विकसित भारत के निर्माण का प्रयास करें।”

इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हुबली में रेलवे खेल मैदान में युवा महोत्सव का उद्घाटन किया। राष्ट्रीय युवा महोत्सव 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती के उपलक्ष्य में उनके आदर्शों, शिक्षाओं एवं योगदानों का सम्मान करने और उन्हें संजोने के लिए मनाया जाता है।

युवा महोत्सव प्रतिभाशाली युवाओं को राष्ट्र निर्माण की ओर प्रेरित करने के साथ-साथ उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर अवसर प्रदान करता है। यह देश के सभी हिस्सों से विविध संस्कृतियों को एक साझा मंच पर लाता है और प्रतिभागियों को ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना से जोड़ता है। हुबली-धारवाड़ में 12 से 16 जनवरी के दौरान आयोजित होने वाले इस पांच-दिवसीय महोत्सव का विषय है “विकसित युवा – विकसित भारत”।

इस अवसर पर विभिन्न राज्यों की युवाओं की टुकड़ियों ने पारंपरिक कलाओं का प्रदर्शन करते हुए मार्च पास्ट किया। इस कार्यक्रम के दौरान, राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों द्वारा स्वदेशी खेलों और मार्शल आर्ट का प्रदर्शन भी किया गया।

पांच दिवसीय यह महोत्सव युवा शिखर सम्मेलन का गवाह बनेगा, जिसमें जी-20 और वाई-20 से लिए गए पांच विषयों जैसे भविष्य के कार्य, उद्योग, नवाचार और 21वीं सदी के कौशल, जलवायु परिवर्तन और आपदा जोखिम में कमी, शांति निर्माण और सुलह, लोकतंत्र और शासन में युवा-साझा भविष्य और स्वास्थ्य और कल्याण पर पूर्ण चर्चा होगी। इसमें साठ से अधिक प्रतिष्ठित विशेषज्ञों के भाग लेने की उम्मीद है।

उत्सव में, कई प्रतिस्पर्धी और गैर-प्रतिस्पर्धी कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। प्रतिस्पर्धी कार्यक्रमों में स्थानीय पारंपरिक संस्कृतियों को प्रोत्साहन देने के लिए आयोजित लोक नृत्य और गीत शामिल हैं। योगाथन जिसका उद्देश्य योग करने के लिए करीब 10 लाख लोगों को जुटाना है, प्रमुख गैर-प्रतिस्पर्धी कार्यक्रमों मे से एक है।

अन्य आकर्षणों में फूड फेस्टिवल, युवा कलाकार शिविर, साहसिक खेल गतिविधियां, विशेष अपनी सेना, नौसेना और वायु सेना को जानो कैंप शामिल हैं।

उत्सव के सभी कार्यक्रम 16 जनवरी तक धारवाड़ के केसीडी ग्राउंड में आयोजित किए जाएंगे। सभी स्थानों पर एकल उपयोग के डिस्पोजल पर पूर्ण प्रतिबंध है। सभी स्थानों पर संदेश के माध्यम से हरित पहल को मजबूत किया जा रहा है।

आज सुबह धारवाड़ के एक दिवसीय दौरे पर आने के तुरंत बाद, अनुराग ठाकुर ने उत्सव के स्थल हुबली का निरीक्षण किया और केन्‍द्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, कर्नाटक के युवा कार्य मंत्री डॉ. के. नारायण गौड़ा और केन्‍द्र और राज्य सरकारों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा की।