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किरेन रिजिजू, जी. किशन रेड्डी, अनुराग सिंह ठाकुर, डॉ. सुभाष सरकार और डॉ. राजकुमार रंजन सिंह की गरिमामयी उपस्थिति में श्री धर्मेंद्र प्रधान ने युवा संगम पोर्टल का शुभारंभ किया

केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने युवा संगम पोर्टल का शुभारंभ किया। इस अवसर पर केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री किरेन रिजिजू, केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन, उत्तरी पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री जी. किशन रेड्डी, केंद्रीय खेल एवं युवा कार्य और सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर, शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष सरकार और शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. राजकुमार रंजन सिंह उपस्थित रहे। कार्यक्रम में उत्तरी पूर्वी राज्यों के सांसदों ने भी हिस्सा लिया।

लोगों में आपसी जुड़ाव मजबूत करने और उत्तरी पूर्वी एवं अन्य राज्यों के युवाओं के बीच आपसी समझ और तालमेल बढ़ाने के लिए भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने एक भारत श्रेष्ठ भारत के तहत नई पहल ‘युवा संगम’ की शुरुआत की है। इसे विभिन्न मंत्रालयों और विभागों जैसे संस्कृति, पर्यटन, रेलवे, सूचना और प्रसारण, युवा कार्य एवं खेल, गृह, उत्तरी पूर्वी क्षेत्र विकास विभाग और आईआरसीटीसी के सहयोग से आगे बढ़ाया जाएगा। युवा संगम के पायलट प्रोजेक्ट में करीब 1000 युवा हिस्सा लेंगे।

युवा संगम के तहत उत्तर पूर्वी राज्यों के छात्रों और दूसरे युवाओं को अन्य राज्यों का तथा इसी तरह दूसरे राज्यों के युवाओं को उत्तर पूर्व का भ्रमण कराने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। यह पर्यटन, परंपरा, प्रगति और परस्पर संपर्क (लोगों का लोगों से) के चार व्यापक क्षेत्रों में बहुआयामी अनुभव प्रदान करेगा।

इस अवसर पर बोलते हुए, धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि उत्तरी पूर्वी क्षेत्र और शेष भारत के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की यह एक और पहल है। प्रधान ने कहा कि ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना के अनुरूप युवा संगम लोगों के बीच संबंधों को मजबूत करेगा, हमारे उत्तरी पूर्वी राज्यों की जीवंत संस्कृति को मुख्यधारा में लाएगा और जानकारी के आदान-प्रदान के लिए अवसर उपलब्ध कराएगा, विशेष रूप से हमारे उत्तरी पूर्वी के युवाओं के लिए।

प्रधान ने आगे कहा कि युवा संगम भारत की विविधता का उत्सव मनाते हुए एकता की भावना को मजबूत करेगा। यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच के अनुरूप भारत के लोकतंत्र की ताकत को उजागर करेगा। उन्होंने आगे कहा कि अमृत काल में यह अनूठी पहल युवा संगम ‘भारत की भावना’ को मजबूत करेगा।

मंत्री ने युवाओं से आगे आने, अपना पंजीकरण कराने और युवा संगम के लिए सुझाव देने को आमंत्रित किया।

सभा को संबोधित करते हुए रिजिजू ने कहा कि ‘युवा संगम’ पहल में शामिल होने वाले हजारों युवाओं के बीच आम समझ की भावना पैदा होगी, यह पूरे देश में फैलेगी और सच मायने में श्रेष्ठ भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान होगा। उन्होंने आगे कहा कि 2014 में, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना को आगे बढ़ाते हुए सशक्त और एकजुट भारत के लिए कई विकास परियोजनाओं और कार्यक्रमों की शुरुआत की थी।

सभा को संबोधित करते हुए जी. किशन रेड्डी ने कहा कि हमारे युवाओं के लिए भारत की विविधता को समझना और पहचानना जरूरी है। श्रेष्ठ भारत की भावना को आगे बढ़ाने के लिए एक दूसरे की विरासत, संस्कृति, रीति-रिवाजों, परंपराओं के प्रति सम्मान की भावना को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विभिन्न राज्यों के युवाओं के लिए युवा संगम यात्राएं आयोजित की जा रही हैं। कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थी भाषा, साहित्य, खान-पान, त्योहारों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और पर्यटन के क्षेत्रों में एक दूसरे से संवाद स्थापित करेंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें (युवाओं को) बिल्कुल अलग भौगोलिक और सांस्कृतिक परिवेश में रहने का अनुभव प्राप्त होगा।

इस अवसर पर ठाकुर ने कहा कि भारत एक अनूठा देश है, जिसका ताना-बाना विविध भाषायी, सांस्कृतिक और धार्मिक धागों से बुना गया है, जिससे उसकी समग्र राष्ट्रीय पहचान बनती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, खेलो इंडिया, फिट इंडिया मूवमेंट, बजट आवंटन में वृद्धि आदि जैसी पहलों से देश के युवाओं को लाभ पहुंचाने की कोशिश की गई है। उन्होंने आगे कहा कि विभिन्न क्षेत्रों के लोगों के बीच सांस्कृतिक जुड़ाव के लिए एक भारत श्रेष्ठ भारत का विचार भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ही देन है। ये पहल युवाओं को अमृत काल से भारत को स्वर्णिम काल तक ले जाने के लिए सशक्त बनाएगी।

उच्च शिक्षा सचिव के. संजय मूर्ति ने सभी गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। एआईसीटीई के चेयरमैन प्रो. टी जी सीताराम ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा। प्रौद्योगिकी के लिए राष्ट्रीय शैक्षिक गठबंधन, एआईसीटीई के मुख्य समन्वयक अधिकारी डॉ. बुद्ध चंद्रशेखर ने पोर्टल के बारे में विस्तार से प्रस्तुति दी।