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भारत-बांग्लादेश मैत्री पाइपलाइन के संयुक्त वर्चुअल उद्घाटन के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संबोधन

भारत-बांग्लादेश संबंधों में आज एक नए अध्याय की शुरूआत हुई है। India-Bangladesh Friendship Pipeline इसकी नींव हमने सितंबर 2018 में रखी थी। और मुझे ख़ुशी है कि आज प्रधान मंत्री शेख हसीना जी के साथ इसका उद्घाटन करने का भी अवसर आ गया।

यह भी संतोष का विषय है कि कोविड महामारी के बावजूद भी इस प्रोजेक्ट का काम जारी रहा। इस पाइपलाइन से, उत्तरी बांग्लादेश के विभिन्न जिलों को 1 मिलियन मेट्रिक टन हाइ-स्पीड डीजल की आपूर्ति की जा सकेगी। पाइपलाइन के द्वारा सप्लाई से खर्च तो घटेगा ही, इस सप्लाइ का कार्बन फुटप्रिंट भी कम होगा। भरोसेमंद और किफायती डीजल सप्लाइ कृषि क्षेत्र के लिए विशेष रूप से लाभदायक होगी। स्थानीय उद्योगों को भी इसका लाभ मिलेगा।

आज की वैश्विक स्थिति में कई विकासशील अर्थव्यवस्थाएं अपनी खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जूझ रही हैं। इस संदर्भ में आज के आयोजन का महत्व और भी अधिक है।

पिछले कुछ सालों में, प्रधान मंत्री शेख हसीना जी के कुशल नेतृत्व में, बांग्लादेश ने उल्लेखनीय प्रगति की है। इस पर हर भारतीय को गर्व है। और हमें खुशी भी है कि हम बांग्लादेश की इस विकास-यात्रा में योगदान दे पाए हैं। मुझे विश्वास है कि यह पाइपलाइन बांग्लादेश के विकास को और गति देगी, और दोनों देशों के बीच बढ़ती connectivity का भी उत्कृष्ट उदाहरण रहेगी। यह आवश्यक है कि हम अपनी connectivity के हर स्तम्भ को सुदृढ़ करते जाएँ। चाहे यह परिवहन के क्षेत्र में हो, ऊर्जा के क्षेत्र में, बिजली की ग्रिड की बात हो, या डिजिटल क्षेत्र में। जितनी हमारी कनेक्टिविटी बढ़ेगी, उतना ही हमारे people to people संबंधों को बल मिलेगा।

मुझे याद है कि कई वर्षों पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना जी ने 1965 से पहले की रेल कनेक्टिविटी बहाल करने के अपने विज़न के बारे में चर्चा की थी। और उसी समय से दोनों देशों ने मिल कर इस पर बहुत प्रगति की है। इसी का परिणाम है कि कोविड महामारी के दौरान हमें रेल नेटवर्क के द्वारा बांग्लादेश को ऑक्सीजन आदि भेजने में सुविधा रही। उनके इस दूरदृष्टि भरे विज़न के लिए मैं, प्रधानमंत्री शेख हसीना जी का ह्रदय से अभिनंदन करता हूँ।

बिजली के क्षेत्र में हमारा आपसी सहयोग बहुत सफल रहा है। आज भारत बांग्लादेश को 1100 मेगावाट से अधिक बिजली सप्लाई कर रहा है। मैत्री सुपर थर्मल पावर प्लांट की पहली यूनिट भी चालू हो गई है। इसका उद्घाटन हमने पिछले साल, प्रधान मंत्री शेख हसीना जी की भारत यात्रा के समय किया था। और अब हम दूसरी यूनिट को भी जल्दी चालू करने की दिशा में काम कर रहे हैं।

जहां तक उर्जा-सहयोग की बात है, हमारा पेट्रोलियम ट्रेड 1 बिलियन डॉलर पार कर चुका है। यह ख़ुशी की बात है कि हमारा सहयोग हाइड्रोकार्बन की संपूर्ण value chain में है। चाहे वो up-stream हो, या mid-stream या down-stream. इस पाइपलाइन से यह सहयोग और व्यापक होगा।

मैं इस प्रोजेक्ट से जुड़े सभी अधिकारियों, विशेष रूप से नुमालीगढ़ रिफाइनरी और बांग्लादेश पेट्रोलियम कॉरपोरेशन को बधाई देता हूं।

कितना शुभ संयोग है, कि आज का यह उद्घाटन, बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान की जन्म जयंती के एक दिन बाद हो रहा है! बंगबंधु के ‘शोनार बांग्ला’ विजन में पूरे क्षेत्र का मैत्रीपूर्ण विकास तथा समृद्धि शामिल था। यह संयुक्त प्रोजेक्ट उनके इस विज़न का उत्तम उदाहरण है।

भारत-बांग्लादेश सहयोग के हर पहलू को आपके मार्गदर्शन का लाभ मिलता रहा है। इसमे यह प्रोजेक्ट भी शामिल है। मेरे साथ इस आयोजन में शामिल होने के लिए, आपको बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूँ । और इस प्रोजेक्ट से लाभान्वित होने वाले सभी लोगों को बहुत-बहुत बधाई देता हूँ।