9 राज्यों में 17 स्थानों पर दिव्यांगजनों को सहायता सामग्री और सहायक उपकरण प्रदान करने के लिए (डीईपीडब्ल्यूडी) द्वारा सामाजिक अधिकार शिविरों का आयोजन
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार की दिव्यांगजनों को सहायता सामग्री और सहायक उपकरण वितरित करने से संबंधित एडिप योजना के तहत 13500 से अधिक दिव्यांगजनों को विभिन्न प्रकार की सहायता सामग्री और सहायक उपकरण प्रदान करने के लिए देश भर में 9 राज्यों में17 स्थानों पर ‘सामाजिक अधिकारिता शिविर’ लगाए गए। मुख्य कार्यक्रम मध्य प्रदेश के दतिया जिले के स्टेडियम ग्राउंड में आयोजित किया गया, जो इस मेगा आयोजन का केंद्रीय बिंदु था और विभिन्न स्थानों पर लगाए गए सभी वितरण शिविरों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस मुख्य कार्यक्रम स्थल से ऑनलाइन जोड़ा गया।
मुख्य अतिथि केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार ने मध्य प्रदेश के दतिया जिले में वितरण शिविर के मुख्य कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस अवसर पर संध्या राय, सांसद, भिंड निर्वाचन क्षेत्र, सुरेश धाकड़, लोक निर्माण राज्य मंत्री, मध्य प्रदेश सरकार और मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दतिया, इंद्रा धीरू, अध्यक्ष, जिला पंचायत दतिया सहित जिले के अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
ये शिविर देश के 16 अन्य स्थानों पर भी लगाए गए। केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री कुमारी प्रतिमा भौमिक ने भी असम के दारंग जिले में आयोजित वितरण शिविर में भाग लिया।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि माननीय प्रधानमंत्री के मंत्र “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास” का पालन करते हुए मंत्रालय का दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग दिव्यांगजनों के सामाजिक, सांस्कृतिक, शैक्षिक और आर्थिक सशक्तिकरण के लिए और उनके समग्र विकास को सुनिश्चित करने के लिए एक समावेशी और सुलभ वातावरण तैयार करने के लिए विभिन्न केंद्रीकृत योजनाओं को लागू कर रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि विभाग ने ‘अर्जुन पोर्टल’ विकसित किया है जो दिव्यांगजनों को सहायक उपकरणों के लिए ऑनलाइन माध्यम से आवेदन करने में मदद करेगा और वे किसी भी उपकरण की मरम्मत के लिए शिकायत भी दर्ज करा सकेंगे। देश में भारतीय सांकेतिक भाषा में अनुसंधान और प्रशिक्षण के लिए दिल्ली में एक अलग संस्थान की स्थापना की गई है। कुल 10000 शब्दों का एक आईएसएल शब्दकोश तैयार किया गया है, जिससे सुनने और बोलने में असमर्थ लोग लाभान्वित हो रहे हैं।
भिंड की सांसद संध्या राय ने अपने निर्वाचन क्षेत्र के दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए एडिप योजना लागू करने के लिए केंद्र सरकार और केंद्रीय मंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। लोक निर्माण राज्य मंत्री, मध्य प्रदेश सरकार और मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दतिया सुरेश धाकड़ ने दिव्यांगजनों के प्रति केंद्र सरकार के प्रयासों की सराहना की और मध्य प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर इसी तरह के और शिविर आयोजित किए जाने की कामना की।
इन शिविरों के आयोजन का उद्देश्य दिव्यांगजनों की तरक्की और विकास के लिए समान अवसर प्रदान करने वाले एक समावेशी समाज के निर्माण का विजन तैयार करना है ताकि वे समाज में उपयोगी, सुरक्षित और सम्मानित जीवन जी सकें।
भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एलिम्को) ने दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (दिव्यांगजन), भारत सरकार के तत्वावधान में देश के 17 स्थानों पर संबंधित जिला प्रशासनों के सहयोग से विभिन्न स्थानों पर वितरण शिविरों का आयोजन किया।
दतिया में मुख्य समारोह के अलावा अन्य 16 स्थानों पर वितरण शिविर आयोजित किए गए जिनमें मध्य प्रदेश में धार, अलीराजपुर, झारखंड में सिमडेगा, महाराष्ट्र में भंडारा, उत्तर प्रदेश में लालगंज (आजमगढ़), महोबा, चित्रकूट और कानपुर, असम में दारंग, गुजरात में वडोदरा, छोटा उदयपुर और सूरत, हरियाणा में नूंह और पानीपत, कर्नाटक में कलबुर्गी और छत्तीसगढ़ में कांकेर शामिल रहे।
दतिया जिले में पहले से चिन्हित 815 दिव्यांगजनों को 128.96 लाख रुपये मूल्य के विभिन्न श्रेणियों के 1743 सहायता सामग्री एवं सहायक उपकरणों का वितरण किया गया। भारत सरकार की एडिप योजनाओं के तहत वितरित सहायक सामग्री और सहायक उपकरणों में 132 मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल, 420 ट्राइसाइकिल, 91 व्हील चेयर – 91, 284 बैसाखी, 302 कोहनी बैसाखी, 178 वॉकिंग स्टिक्स, 27 रोलेटर, 112 श्रवण यंत्र, 56 टीएलएम किट, 21 सीपी चेयर, 31 सुगम्य केन- दृष्टिबाधितों के लिए इंटेलिजेंट सेंसर आधारित केन, 04 स्मार्टफोन और कृत्रिम अंग और कैलीपर्स शामिल हैं।
राजेश कुमार यादव, संयुक्त सचिव, डीईपीडब्ल्यूडी, भारत सरकार ने अपने उद्घाटन भाषण में इस मेगा कार्यक्रम की रूपरेखा और देश भर में दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने की दिशा में सरकार की उपलब्धियों और रोड मैप के बारे में जानकारी दी। एलिम्को के सीएमडी प्रवीण कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर संजय कुमार, जिला कलेक्टर, दतिया सहित स्थानीय प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।