केन्‍द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ‘द एलिफेंट व्हिस्‍पर्स’ की टीम से मिले

केन्‍द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने आज अपने आवास पर ‘द एलिफेंट व्हिस्‍पर्स’ की ऑस्कर विजेता टीम से मुलाकात की। ठाकुर ने फिल्‍म की निर्देशक और छायाकार कार्तिकी गोंसाल्विस, निर्माता गुनीत मूंगा, और नेटफ्लिक्स की मोनिका से मुलाकात की।

बातचीत के दौरान ठाकुर ने कहा कि भारत की कहानी कहने की शक्ति बेजोड़ है! इसी तरह की एक कहानी के ऑस्कर जीतने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि ‘द एलिफेंट व्हिस्‍पर्स’ दिल को छू लेने वाली, सामाजिक रूप से प्रासंगिक और सिनेमैटोग्राफिक रूप से सम्मोहित करने वाली उत्कृष्ट कृति से भरा हुआ एक ‘ट्रंक’ है! मुझे गुनीत और कार्तिकी से मिलकर खुशी हुई है और मैंने इस मंत्रमुग्ध कर देने वाली डॉक्यूमेंट्री बनाने के दौरान उनकी अद्भुत यात्रा के बारे में जानकारी प्राप्‍त की।

उन्होंने आगे कहा कि “डॉक्यूमेंट्री खूबसूरती से हमारी सामाजिक जिम्मेदारी, प्रभाव और संरक्षण के प्रयासों के साथ-साथ मनुष्‍य द्वारा प्रकृति के साथ साझा किए जाने वाले नाजुक संतुलन को दर्शाती है – जो वास्तव में प्रशंसा के लायक दिल को छू लेने वाला तरीका है।”

ठाकुर ने भारत की कहानी सुनाने की परंपराओं का गहराई से अध्‍ययन किया और कहा कि भारत कहानीकारों की भूमि है, हर दिन लाखों कहानियां पैदा होती हैं और कुछ पीढ़ियों तक दोहराई जाती हैं।

ठाकुर ने घरेलू विषयों की गुणवत्ता और दुनिया भर में इसके बढ़ते दर्शकों पर जोर दिया और टिप्पणी की कि “हमारी क्षेत्रीय सामग्री वैश्विक हो गई है, इसे दुनिया के हर हिस्से में डब किया जाता है और उसका आनंद लिया जाता है। भारत की कहानियों ने हलचल मचाई हुई है और नए फिल्म निर्माता इसे बढ़ा रहे हैं! ”

उन्होंने भारतीय फिल्म निर्माताओं की उपलब्धियों पर टिप्पणी की और कहा कि “हमारे फिल्म निर्माताओं को मिली सफलता और मान्यता उन्हें हमारे समाज में इन खूबसूरत कहानियों को बताने और सिनेमा के माध्यम से सभी के लिए उपलब्ध कराने के लिए और भी अधिक प्रोत्साहित करती है।”

अपनी बातचीत के माध्यम से ठाकुर ने फिल्म जगत को व्यापक संदेश दिया और वादा किया कि सरकार फिल्म निर्माताओं को सह-उत्पादन वित्तीय सहायता, अंतर्राष्ट्रीय समारोहों में प्रीमियर और स्क्रीनिंग के माध्यम से सहयोग प्रदान करने और मास्टरक्लास आदि के माध्यम से भारतीय फिल्म समारोहों में एक मंच प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

ठाकुर ने वृत्तचित्र में वन्यजीव संरक्षकों के प्रेरणादायक जीवन के बारे में भी बात की और कहा कि “मैं निश्चित रूप से उम्मीद करता हूं कि जब मैं तमिलनाडु का दौरा करूंगा तो बोमन और बेली से मिलूंगा। उनका जीवन और संरक्षण के प्रयास उल्लेखनीय और प्रेरणादायक हैं।“

‘द एलिफेंट व्हिस्‍पर्स’ फिल्म ने हाल ही में 95वें अकादमी पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ वृत्तचित्र लघु फिल्म का पुरस्कार जीता है। यह फिल्म एक अनाथ हाथी के बच्‍चे को अपनी संतान की तरह पालने वाले एक बुजुर्ग दंपति बोमन और बेली की कहानी है। मदुमलाई राष्ट्रीय उद्यान में तैयार, फिल्म मनुष्यों और हाथियों के बीच प्यार के बंधन को उजागर करती है और इस श्रेणी में अकादमी पुरस्कार जीतने वाली यह पहली भारतीय फिल्म है।

टीम ने आज पहले प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी से मुलाकात की थी। अपनी बातचीत के बारे में ट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा था, “’द एलिफेंट व्हिस्परर्स’ की सिनेमेटिक प्रतिभा और सफलता ने विश्‍व का ध्यान आकर्षित किया है और प्रशंसा भी अर्जित की है। आज, मुझे इससे जुड़ी शानदार टीम से मिलने का अवसर मिला। उन्होंने भारत को बेहद गौरवान्वित किया है।”