फ्रांस और भारत वास्तव में वैश्विक भलाई के लिए कार्य करने वाले मित्र, सहयोगी तथा जीवंत लोकतांत्रिक देश हैं: श्री पीयूष गोयल
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता कार्य, खाद्य और सार्वजनिक वितरण तथा वस्त्र मंत्री पीयूष गोयल ने आज फ्रांस के पेरिस में आयोजित भारत-फ्रांस व्यापार शिखर सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि फ्रांस और भारत वास्तव में वैश्विक भलाई के लिए कार्यरत मित्र, सहयोगी तथा जीवंत लोकतांत्रिक देश रहे हैं, जो वैश्विक भलाई के लिए काम कर रहे हैं।
पीयूष गोयल ने कहा कि फ्रांस गणराज्य के राष्ट्रपति महामहिम इमैनुएल मैक्रों और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दोनों देशों के बीच उस रणनीतिक साझेदारी को सशक्त किया है, जो अब अपने 25 वर्ष पूरे कर चुकी है। उन्होंने कहा कि दोनों नेता व्यापार, प्रौद्योगिकी, पर्यटन और निवेश में विस्तारित जुड़ाव के साथ-साथ भारत-फ्रांस संबंधों को उच्च स्तर पर लेकर आए हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दोनों देशों के नेताओं और जनता के बीच मित्रता होना वैश्विक भलाई के लिए अधिक से अधिक उपलब्धि हासिल करने की क्षमता प्रदान करता है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत और फ्रांस दोनों ही स्थिर वैश्विक आर्थिक व्यवस्था के लिए चिंता साझा करते हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देश क्षेत्रीय एवं वैश्विक स्तर पर आम सहमति बनाने तथा सहयोग करने में विश्वास रखते हैं। गोयल ने कहा कि दोनों देशों के व्यवसायिक अग्रणियों तथा फ्रांस में भारतीय समुदाय ने व्यापारिक एवं आर्थिक साझेदारी को और आगे बढ़ाने के लिए अथक प्रयास किये हैं। इसके परिणामस्वरूप ही भारत व फ्रांस के बीच मित्रता तथा विश्वास के बंधन को और मजबूती प्राप्त हुई है।
गोयल ने इस बात की सराहना की कि भारत से विनिर्माण और सेवा क्षेत्र के विभिन्न वर्गों के उद्योगपतियों ने व्यवसायिक शिखर सम्मेलन में भाग लिया। उन्होंने कहा कि भारत के उद्योगपति एक ऐसी अर्थव्यवस्था में व्यापारिक गतिविधियों को पूरा करने और आगे बढ़ने के अपने अनुभव साझा करेंगे, जो तेजी से बढ़ रही है और घरेलू तथा अंतरराष्ट्रीय दोनों ही क्षेत्रों में विस्तार कर रही है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगले 25 वर्षों में भारत के सामर्थ्य को प्रदर्शित करने को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा अमृत काल या भारत का स्वर्ण युग कहा गया है। उन्होंने कहा कि यह समय अवसरों का एक विशाल डेल्टा बनाता है जो भारत के वैश्विक आर्थिक इतिहास में अब तक कभी नहीं देखा गया है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने इस संबंध में महत्वपूर्ण प्रबंधकीय एवं तकनीकी कौशल तथा प्रतिभाओं के विशाल पूल के साथ भारत के महत्वपूर्ण जनसांख्यिकीय लाभांश का उदाहरण भी दिया।
पीयूष गोयल ने कहा कि बीते 9 वर्षों में भारतीय नागरिकों की बुनियादी आवश्यकताओं का विशेष ध्यान रखा गया है और इसी कारण भारत आकांक्षाओं से भरे एक सशक्त राष्ट्र के रूप में उभर कर सामने आया है। उन्होंने कहा कि देश में उपलब्ध सहज डिजिटल कनेक्टिविटी ने इस काम में सहायता की है और भारत अब दुनिया भर के व्यवसायों के लिए एक बड़ा अवसर उपलब्ध करा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत, विश्व को स्तर, गति एवं कौशल प्रदान करता है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत, तेजी से अपने अंतरराष्ट्रीय संबंधों का विस्तार कर रहा है और पिछले 2 वर्षों में वस्तुओं एवं सेवाओं के निर्यात में बहुत शीघ्रता से बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि देश के निर्यात में वृद्धि अपने उच्च विकास पथ पर जारी रहने की आशा व्यक्त की गई है। श्री गोयल ने यह भी कहा कि देश में संचालन व क्रियान्वयन को सशक्त करने के लिए भारत के पास इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन मौजूद है। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया भर से रक्षा क्षेत्र में निवेश एवं प्रौद्योगिकी को आकर्षित कर रहा है क्योंकि स्वदेशी विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा दिया जा रहा है।
गोयल ने कहा कि नवाचार और प्रौद्योगिकी भारत में विकास को एक नया विस्तृत मार्ग दिखा रहे हैं, जिसके मूल में स्थिरता व्याप्त है। उन्होंने कहा कि हरित अर्थव्यवस्था, प्रौद्योगिकी और निवेश के लिए बड़े पैमाने पर जोर देने वाले क्षेत्र के रूप में उभर रही है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसके अलावा सरकार भारत में लैंगिक बराबरी और लैंगिक समानता पर भी अपना ध्यान केंद्रित कर रही है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने कहा कि भारत और फ्रांस विकास यात्रा को आगे बढ़ाने के लिए कई गुना व्यापार तथा निवेश के साथ त्वरित गति से अपने संबंधों को बातचीत के माध्यम से बढ़ावा देना जारी रखेंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के एक कथन को उद्धृत करते हुए कहा कि “जब आप भारत की विकास यात्रा से जुड़ते हैं, तो भारत आपको विकास की गारंटी देता है।”