श्रीनगर में 22 से 24 मई, 2023 तक ‘जी20 पर्यटन कार्यकारी समूह की तीसरी बैठक’ आयोजित होगी
‘पर्यटन कार्य समूह की तीसरी बैठक’ में पांच प्रमुख प्राथमिकता वाले क्षेत्रों जैसे हरित पर्यटन, डिजिटलीकरण, कौशल, एमएसएमई और स्थल प्रबंधन पर विचार-विमर्श किया जाएगा: अरविंद सिंह
कच्छ के रण और सिलीगुड़ी में आयोजित पर्यटन कार्य समूह की पिछली दो बैठकों की तुलना में इस कार्यकारी समूह की बैठक में सबसे अधिक भागीदारी दर्ज की जा रही है: अरविन्द सिंह
2022 में सबसे अधिक संख्या में पर्यटकों (1.88 करोड़) के आगमन के साथ जम्मू और कश्मीर में जमीनी परिवर्तन स्पष्ट दिख रहा है: अरुण कुमार मेहता
‘जी-20 पर्यटन कार्यकारी समूह की तीसरी बैठक’ का आयोजन 22 से 24 मई, 2023 तक जम्मू और कश्मीर के श्रीनगर में किया जाएगा। इसकी जानकारी पर्यटन मंत्रालय के सचिव अरविंद सिंह ने आज श्रीनगर के एसकेआईसीसी में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी।
अरविंद सिंह ने बताया कि अंतिम डिलिवरेबल्स (वितरण योग्य) पर चर्चा व विचार-विमर्श के लिए मंच तैयार है और पर्यटन कार्यकारी समूह के दो प्रमुख डिलिवरेबल्स हैं, जिनमें सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) व जी20 पर्यटन मंत्रियों की घोषणा को प्राप्त करने के लिए एक साधन के रूप में पर्यटन के लिए गोवा रोडमैप शामिल है।
सभी सदस्य देशों से प्राप्त उत्कृष्ट प्रतिक्रिया के साथ जी20 प्रयास के एक हिस्से के तहत श्रीनगर में हो रही यह कार्यकारी समूह की एकमात्र बैठक है। इसमें कच्छ के रण और सिलीगुड़ी में आयोजित पहली दो पर्यटन कार्यकारी समूह की बैठकों की तुलना में सभी आमंत्रित देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों की ओर से अधिकतम भागीदारी दर्ज की जा रही है।
अरविंद सिंह ने आगे बताया कि जी20 के सदस्य देशों, आमंत्रित देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों की ओर से इन दो प्रारूप दस्तावेजों पर बहुमूल्य जानकारी व प्रतिक्रिया दी जाएगी और इन प्रस्तावों पर जी20 सदस्य देशों के साथ विचार-विमर्श के बाद इसे अंतिम संस्करण यानी ‘चौथी पर्यटन कार्यकारी समूह की बैठक’ में रखा जाएगा।
सिंह ने बताया कि ‘पर्यटन कार्यकारी समूह की तीसरी बैठक’ में हरित पर्यटन, डिजिटलीकरण, कौशल, एमएसएमई और स्थल प्रबंधन जैसे पांच प्रमुख प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। ये प्राथमिकताएं पर्यटन क्षेत्र के परिवर्तन को गति देने और 2030 एसडीजी के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रमुख आधार हैं।
अरविंद सिंह ने कहा कि जम्मू और कश्मीर में फिल्म पर्यटन को बढ़ावा देने की रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित करते हुए 22 व 23 मई, 2023 को ‘आर्थिक विकास और सांस्कृतिक संरक्षण के लिए फिल्म पर्यटन’ पर एक संक्षिप्त कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस आयोजन में जी20 सदस्य देशों, आमंत्रित देशों, अंतरराष्ट्रीय संगठनों और उद्योग जगत के हितधारकों की भागीदारी होगी। इसके अलावा उन्होंने बताया कि पर्यटन स्थलों को बढ़ावा देने में फिल्मों की भूमिका का उपयोग करने को लेकर एक रोडमैप प्रदान करने के लिए ‘फिल्म पर्यटन पर राष्ट्रीय रणनीति’ का एक प्रारूप तैयार किया जाएगा।
जी20 के मुख्य समन्वयक हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच है कि भारत की जी20 अध्यक्षता के संदेश को सक्रिय जनभागीदारी के माध्यम से जमीनी स्तर तक पहुंचाया जाए। श्रृंगला ने कई सार्वजनिक गतिविधियों के माध्यम से जी20 के लक्ष्यों और उद्देश्यों के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए जम्मू और कश्मीर सरकार के प्रयासों की सराहना की।
जम्मू और कश्मीर के मुख्य सचिव अरुण मेहता ने बताया साल 2022 में सबसे अधिक संख्या में पर्यटकों (1.88 करोड़) के आगमन के साथ जमीनी परिवर्तन साफ दिख रहा है। मेहता ने आगे कहा कि पर्यटकों की संख्या को देखते हुए जम्मू और कश्मीर में 300 नए पर्यटन केंद्र खुलेंगे और हर एक केंद्र पर्यटकों को पर्याप्त सुविधा प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि जम्मू और कश्मीर में सबसे अधिक संख्या में विदेशी पर्यटकों का आना, यहां के पर्यटन के लिए एक अच्छा संकेत है।
पर्यटन कार्य समूह की तीसरी बैठक के दौरान इसके गणमान्य प्रतिनिधि राज्य सरकार द्वारा आयोजित कला और शिल्प बाजार का भी दौरा करेंगे। इसमें स्थानीय हस्तशिल्प, कारीगरों के काम और सामुदायिक भागीदारी के महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा। इन प्रतिनिधियों को शिल्प बाजार में डीआईवाई गतिविधियों के माध्यम से ‘व्यावाहारिक’ अनुभव भी प्राप्त होगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह भी बताया गया कि पर्यटन मंत्रालय ओडीओपी के प्रतिनिधियों को पेपर मेश बॉक्स, पंपोर से केसर, कावा कप व पीतल के चम्मच, अनंतनाग, शोपियां व कुपवाड़ा से अखरोट जैसी निशानी सौंपकर जम्मू और कश्मीर के स्थानीय उत्पादों को भी बढ़ावा देगा।
श्रीनगर में इस जी20 पर्यटन कार्यकारी समूह की बैठक का उद्देश्य आर्थिक विकास को मजबूत करना, सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करना और क्षेत्र के स्थायी विकास को बढ़ावा देना है।
भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने पर्यटन क्षेत्र को आगे बढ़ाने और संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों- 2030 को प्राप्त करने की दिशा में सामूहिक रूप से काम करने के लिए जी20 सदस्य देशों, आमंत्रित देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों की भागीदारी का स्वागत किया है।
यह जी20 कार्यक्रम क्षेत्र की पर्यटन क्षमता और सांस्कृतिक समृद्धि को उजागर करने का एक अनोखा अवसर प्रस्तुत करता है। मंत्रालय के अपर सचिव राकेश वर्मा ने इस कार्यक्रम के बारे में एक विस्तृत प्रस्तुति दी। वहीं, पीआईबी क्षेत्र के अपर महानिदेशक राजिंदर चौधरी व जम्मू और कश्मीर के पर्यटन सचिव सैयद आबिद रशीद शाह इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपस्थित थे।