डॉ. जितेंद्र सिंह ने तीसरी पर्यटन कार्य समूह बैठक के दौरान ‘फिल्म पर्यटन के माध्यम से अतुल्य भारत को बढ़ावा देने‘ पर आयोजित एक साइड इवेंट को संबोधित किया
फिल्म बनाने में सरलता और मौजूदा स्टूडियोज के अपग्रेडेशन पर कड़ी मेहनत से काम किए जाने की आवश्यकता: डॉ. जितेंद्र सिंह
केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा एवं अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह और केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री श्री जी. कृष्ण रेड्डी ने आज जम्मू एवं कश्मीर के श्रीनगर में तीसरी पर्यटन कार्य समूह बैठक के दौरान ‘फिल्म पर्यटन के माध्यम से अतुल्य भारत को बढ़ावा देने‘ की थीम पर आधारित एक साइड इवेंट को संबोधित किया। इस साइड इवेंट में भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव श्री अपूर्व चन्द्रा ने भी भाग लिया।
पर्यटन पर साइड इवेंट के आयोजन का लक्ष्य फिल्म पर्यटन सेक्टर के दायरे को और विस्तारित करना तथा अतुल्य भारत के सभी पहलुओं को रेखांकित करना था।
कार्यक्रम के दौरान, डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि फिल्म सुगमीकरण प्रक्रिया जैसी सर्वश्रेष्ठ फिल्म निर्माण नीतियों के लागू रहने के कारण भारत ऑस्कर पुरस्कार प्राप्त करने से अधिक दूर नहीं है। डॉ. सिंह ने कहा कि भारत के पास गुरुदत्त एवं सत्यजीत रॉय जैसे अग्रणी नामों के साथ एक सदी पुरानी फिल्म विरासत वाली प्रतिभा की कोई कमी नहीं है जिन्हें अवसरों और सुविधाओं के अभाव के बावजूद उनकी कलाकृतियों के लिए सम्मानित किया जाता रहा है। डॉ. सिंह ने उम्मीद जताई कि व्यवसाय समुदाय पर्यटन मंत्रालय और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा पहले से ही आरंभ किए गए प्रयासों में तेजी लाने में सहायता करेगा।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि फिल्म उद्योग की सहायता करने के लिए फिल्म निर्माण में सरलता और मौजूदा स्टूडियोज के अपग्रेडेशन पर कड़ी मेहनत से काम किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि पूरे भारत भर में फिल्म निर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा राज्य विनियमनों के उदारीकरण की आवश्यकता है।