राष्ट्रीय ई-विधान एप्लीकेशन जनता की भलाई के लिए नवीनतम तकनीकी प्रगति का लाभ उठाने की सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण है: श्री पीयूष गोयल
नेवा हमारे जनप्रतिनिधियों के सशक्तिकरण की परियोजना है: गोयल
राज्यों में ज्ञान साझा करने और सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने के लिए नेवा के माध्यम से सूचना का क्रॉस-फ्लो: गोयल
नेवा एक एकीकृत और परस्पर जुड़ा हुआ राष्ट्रीय पोर्टल है जो ‘वन नेशन, वन एप्लिकेशन’ को प्रदर्शित करता है: गोयल
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि संसदीय लोकतंत्र भारत के विकास और भारत के भविष्य की आधारशिला है। मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय ई-विधान एप्लीकेशन (नेवा) पर राष्ट्रीय कार्यशाला में भाग लेते हुए मंत्री जी ने कहा कि नेवा जनता की भलाई के लिए नवीनतम तकनीकी प्रगति का लाभ उठाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता का एक वसीयतनामा है।
उन्होंने कहा कि देश भर में संस्थानों को मजबूत करने और संस्थानों में पारदर्शिता को बढ़ावा देने की जरूरत है और नेवा हमारे जनप्रतिनिधियों के सशक्तिकरण की परियोजना है।गोयल ने कहा कि नेवा विधायकों को न केवल उनकी संबंधित विधायिका बल्कि अन्य विधायिकाओं के विकास के बारे में सूचना और ज्ञान के साथ सशक्त बना सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि नेवा के माध्यम से सूचना के इस क्रॉस-फ्लो से राज्यों में ज्ञान साझा करने और सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने में मदद मिलेगी।
गोयल ने दोहराया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंच प्राण का प्रतिपादन करते हुए इस बात पर जोर दिया था कि हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक विकसित भारत बनाने के लिए कर्तव्य की भावना के साथ काम किया जाना चाहिए और युवाओं को विकास के इस मार्ग में शामिल होना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश के लिए डिजिटल भविष्य की कल्पना की और कहा कि इस लक्ष्य को तभी प्राप्त किया जा सकता है जब सभी इसके प्रति कर्तव्य की मानसिकता के साथ मिलकर काम करें। पीयूष गोयल ने कहा कि कर्तव्य की भावना को आगे बढ़ाने के लिए नेवा को विकसित किया गया है।
मंत्री जी ने कहा कि नेवा एक एकीकृत और आपस में जुड़ा हुआ राष्ट्रीय पोर्टल है जो ‘वन नेशन, वन एप्लीकेशन’ को प्रदर्शित करता है। गोयल ने कहा कि इससे केवल विधायक ही नहीं बल्कि सभी को लाभ होता है। उन्होंने यह भी कहा कि नेवा अराजनैतिक और राजनीति से परे है।
उन्होंने कहा कि नेवा वास्तव में भारत के लोकतंत्र और भारत की विधायिकाओं और संसद के कामकाज में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा। मंत्री जी ने कहा कि नेवा प्रभावी ढंग से कार्बन फुटप्रिंट और विधायिका के काम के लिए हो रहे कागज के उपयोग की वजह से अक्षमता को कम करेगा। गोयल ने कहा कि नेवा राष्ट्र के विकास के लिए सामूहिक रूप से काम करने के लिए सभी विधायकों को जोड़ने वाले ‘वन नेशन, वन टेक्नोलॉजिकल बैकबोन’ के सिद्धांत को भी प्रदर्शित करता है।
पीयूष गोयल ने आग्रह किया कि नेवा को एक शानदार सफलता बनाने के लिए सभी को सामूहिक रूप से काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुशल सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) के कामकाज से जनता को सेवा का प्रभावी वितरण होता है और नेवा बेहतर सेवा करने का अवसर प्रदान करता है। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने यूपीआई, डिजिटल पेमेंट सिस्टम, स्टार्टअप इकोसिस्टम, कोविन ऐप, वन नेशन वन राशन कार्ड, डिजिटल कॉमर्स के लिए ओपन नेटवर्क, गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस आदि का उदाहरण दिया और कहा कि पूरी दुनिया भारत के इस तकनीकी प्रगति की सराहना कर रही है जो लोगों के जीवन को बेहतर बना रही है।
पीयूष गोयल ने केंद्रीय संसदीय कार्य, कोयला और खान मंत्री प्रह्लाद जोशी की प्रशंसा करते हुए कहा कि नेवा के माध्यम से उन्होंने हम सभी को एक ऐसा प्रस्ताव दिया है जिसे हम अस्वीकार नहीं कर सकते। गोयल ने नेवा को विकसित करने वाली टीम और इससे जुड़े राज्यों को भी बधाई दी और शेष राज्यों को भी नेवा पर आने के लिए प्रोत्साहित किया।