घरेलू एयरलाइनों द्वारा ले जाए जाने वाले यात्रियों में 36.10 प्रतिशत वार्षिक वृद्धि और 15.24 प्रतिशत मासिक वृद्धि दर्ज हुई
घरेलू एयरलाइनों में जनवरी-मई 2023 के दौरान 636.07 लाख यात्रियों ने सफर किया
अप्रैल’23 की तुलना में मई’23 में समग्र यात्री वृद्धि 3.26 लाख (2.52 प्रतिशत) से अधिक रही
इंडिगो, विस्तारा और एयर एशिया ने जनवरी-मई 2023 के दौरान अपनी बाजार हिस्सेदारी में बढ़ोतरी दर्शायी है
देश के नागर विमानन क्षेत्र ने प्रभावशाली वृद्धि दर्शायी है, क्योंकि घरेलू एयरलाइनों में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। विभिन्न घरेलू एयरलाइनों द्वारा उपलब्ध कराए गए यातायात आंकड़ों के आधार पर जनवरी-मई 2023 के दौरान यात्रियों की संख्या 636.07 लाख के प्रभावशाली स्तर तक पहुंच गई, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 36.10 प्रतिशत की महत्वपूर्ण वार्षिक वृद्धि दर को दर्शाती है। पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान यात्रियों की संख्या 467.37 लाख रही थी।
मई 2022 के दौरान यात्रियों की संख्या 114.67 लाख रही थी, जो मई 2023 में बढ़कर 132.41 लाख हो गई। इस प्रकार मासिक दर मासिक 15.24 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई। यात्रियों को संख्या में हो रही लगातार वृद्धि एक सुरक्षित, कुशल, ग्राहक केंद्रित, विमानन ईकोसिस्टम को बढ़ावा देने में एयरलाइंस, हवाई अड्डों और नागर विमानन मंत्रालय के सामूहिक प्रयासों का प्रमाण है।
अप्रैल 2023 की तुलना में मई 2023 में यात्रियों की कुल संख्या में 3.26 लाख (2.52 प्रतिशत) की वृद्धि दर्ज हुई है।
यात्रियों की संख्या में हुई उल्लेखनीय वृद्धि भारत के विमानन क्षेत्र की ताकत और मजबूती को दर्शाती है। यह कनेक्टिविटी को बेहतर करने और देश के नागरिकों को सुविधाजनक यात्रा का विकल्प उपलब्ध कराने के लिए किए गए निरंतर प्रयासों को भी दर्शाती है। जनवरी से मई 2023 के दौरान 636.07 लाख यात्रियों की भारी संख्या का बोझ हवाई यात्रा की बढ़ती हुई मांग को दर्शाता है और यह विमानन उद्योग की अनुकूल दिशा में बढ़ने का भी सूचक है।
इसके अलावा, मई 2019 की तुलना में मई 2023 में शिकायतों की संख्या में कमी आई है। मई 2019 में अनुसूचित घरेलू एयरलाइनों को यात्रियों से संबंधित कुल 746 शिकायतें प्राप्त हुई थीं, जबकि मई 2023 में इन एयरलाइनों को यात्रियों से संबंधित कुल 556 शिकायतें प्राप्त हुई थीं।
केंद्रीय नागर विमानन और इस्पात मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया के अनुसार, “विमानन क्षेत्र के विकास को आगे बढ़ाने और भारत को एक प्रमुख वैश्विक विमानन केंद्र के रूप में स्थापित करने में सभी हितधारकों के सहयोगात्मक प्रयासों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। घरेलू एयरलाइन उद्योग का विस्तार और क्षेत्रीय एयरलाइनों का उदय हमारी अर्थव्यवस्था को निरंतर मजबूत कर रहा है। यह पूरे राष्ट्र को परस्पर जोड़ रहा है और उड़ान योजना के माध्यम से अंतिम मील तक कनेक्टिविटी स्थापित कर रहा है। मंत्रालय सुरक्षा, दक्षता और यात्रियों को संतुष्टि प्रदान करने के बारे में उच्चतम मानकों को सुनिश्चित करते हुए विमानन उद्योग को विकास करने तथा उनके सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए अनुकूल माहौल को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
एयरलाइनों की यह उपलब्धि उद्योग द्वारा पूरी तरह सावधानीपूर्वक बनाई गई योजना, परिचालन प्रभावशीलता और सक्रिय कार्यों का ही परिणाम है। कोविड-19 महामारी के बाद एयरलाइनों ने बेहतर हवाई सेवाओं के साथ-साथ यात्रियों को सुगम और सहज यात्रा अनुभव प्रदान करके अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है।