दिव्यांगजनों के लिए राष्ट्रीय करियर सेवा केंद्र ने सफल दिवाली उत्पाद प्रदर्शनी का आयोजन किया
दिल्ली में दिव्यांगजनों के लिए राष्ट्रीय करियर सेवा केंद्र ने कल श्रम शक्ति भवन में दिव्यांग प्रशिक्षुओं द्वारा तैयार किए गए दिवाली उत्पादों की एक प्रदर्शनी का आयोजन करके समावेशिता और पेशेवर प्रशिक्षण की भावना का उत्सव मनाया। दिव्यांगजनों के लिए पेशेवर प्रशिक्षण और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए प्रदर्शनी का उद्घाटन श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की सचिव सुश्री आरती आहूजा, जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण विभाग की सचिव देबाश्री मुखर्जी और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी ने किया।
प्रदर्शनी में हस्तनिर्मित दिवाली उत्पादों की एक प्रभावशाली श्रृंखला प्रदर्शित की गई, जिसमें जटिल रूप से डिजाइन की गई मोमबत्तियाँ, सजावटी दीये, पेंटिंग और उत्कृष्ट उपहार आइटम शामिल हैं। प्रदर्शित वस्तुएँ उन प्रशिक्षुओं के समर्पण और प्रतिभा का प्रमाण थीं जिन्होंने इन खूबसूरत चीज़ों को बनाने में अपना दिल और आत्मा लगा दी थी।
तीन मंत्रालयों के सचिवों की उपस्थिति ने कौशल विकास और रोजगार के अवसरों के माध्यम से दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने की सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। सचिवों ने प्रशिक्षुओं की उत्कृष्ट शिल्प कौशल की प्रशंसा की और सभी को कार्यबल में समावेशिता और पहुंच के उद्देश्य का समर्थन करने के लिए प्रोत्साहित किया।
प्रदर्शनी ने प्रशिक्षुओं को अपनी प्रतिभा और कौशल दिखाने के लिए एक मंच प्रदान किया, जिससे उनमें गर्व और आत्मविश्वास की भावना पैदा हुई। कार्यक्रम में आए आगंतुक दिव्यांग प्रशिक्षुओं द्वारा प्रदर्शित रचनात्मकता और जुझारूपन से बहुत प्रभावित हुए।
प्रदर्शनी में भाग लेने वाले प्रशिक्षुओं ने जीवन और करियर के प्रति अपना दृष्टिकोण साझा किया। उनका दृढ़ संकल्प और शक्ति उनकी आँखों में देखी जा सकती है क्योंकि वे जीवन जीने के स्वतंत्र तरीके और आत्म-विकास के सही अर्थ का उदाहरण पेश करते हैं। जब सभी प्रशिक्षुओं को उनके हस्तशिल्प के लिए सराहना मिली तो वे बहुत खुश और प्रोत्साहित हुए।
नेशनल करियर सर्विस सेंटर फॉर डिफरेंटली एबल्ड, दिल्ली का लक्ष्य दिव्यांगजनों को गैर-औपचारिक पेशेवर प्रशिक्षण और रोजगार सहायता प्रदान करके उन्हें सशक्त बनाने के अपने मिशन को जारी रखना है। यह सफल प्रदर्शनी इन व्यक्तियों की क्षमता और उनके इंतजार में मौजूद अवसरों का प्रमाण है।