केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गुजरात के गांधीनगर में एकता सम्मेलन को संबोधित किया और साथ हीसरदार वल्लभभाई पटेल की 15 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण भी किया

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज गुजरात के गांधीनगर में एकता सम्मेलन को संबोधित किया और देश के प्रथम गृह मंत्री रहे सरदार वल्लभ भाई पटेल की 15 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

एकता सम्मेलन को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कलोल शहर के मुख्य स्थान पर सरदार पटेल की बहुत सुंदर प्रतिमा का अनावरण करने को लेकर आभार प्रकट करते हुए कहा कि गुजरात में हमें सरदार पटेल के कामों के बारे में ज्यादा पता नहीं चल पाता, लेकिन जब हम लक्षद्वीप जाते हैं तो वहां के मुस्लिम युवा बताते हैं कि सरदार पटेल का हम पर उपकार है कि आज हम भारत का हिस्सा हैं। जब हम हैदराबाद, नांदेड़, कर्नाटक या महाराष्ट्र जाते हैं तो निजाम की पूरी सल्तनत में रहने वाले सात करोड़ लोग कहते हैं कि सरदार नहीं होते तो हम पाकिस्तान के साथ जुड़े हुए होते। जोधपुर के लोग कहते हैं कि सरदार साहब के कारण आज जोधपुर भारत का हिस्सा बना, नहीं तो कब का पाकिस्तान निगल जाता। जूनागढ से कुत्ते को लेकर नवाब को भगाने का काम हो या फिर लक्षद्वीप में तिरंगा लहराने का काम हो, यह गुजरात और देश के सपूत सरदार पटेल के बिना संभव नहीं था।

अमित शाह ने कहा कि आजादी देने के समय अंग्रेजों ने सोचा कि जाते—जाते कुछ ऐसा करते जाएं कि भारत दुनिया में सैकड़ों सालों तक खड़ा नहीं हो पाए। 500 से ज्यादा राजा—रजवाड़ों को भारत के साथ जोड़ना या फिर पाकिस्तान के साथ जुड़ना या फिर स्वतंत्र रहना उसका अधिकार दिया। अंग्रेजों ने ऐसा करते समय सोचा था कि भारत के खंड—खंड हो जाएंगे। लेकिन अंग्रेजों का सरदार साहब से परिचय नहीं था, सरदार साहब ने अंग्रेज द्वारा खंड-खंड में छोड़े गये भारत को सिर्फ डेढ़ साल में इकठ्ठा करके आज के भारत का नक्शा बना दिया।

गृह मंत्री ने आज की युवा पीढ़ी से अपील की कि अगर जीवन में दृढनिश्चयी बनना हो, सादगी के गुणों को आत्मसात करना हो, ऐसा चरित्र निर्माण करना हो कि देशभक्ति रग—रग में बहे, केवल देश के उदय का लक्ष्य प्राप्त करना हो, तो सरदार साहब के जीवन के बारे में पढ़ना, जानना और समझना, सब एक ही जगह मिल जाएगा।

शाह ने कहा कि जब वह गुजरात से बाहर गए, उस वक्त तक उन्हें सरदार साहब के बारे में आधी ही जानकारी थी। उन्होंने कहा कि वह बचपन से सरदार पटेल के बारे में पढ़ते और उन्हें जानने का प्रयास करते। उन्होंने कहा कि वर्ष 2011 तक वह मानते थे कि वह सरदार साहब के बारे में बहुत कुछ जानते हैं, लेकिन जब भाजपा के अध्यक्ष बने और देश भर का दौरा किया तब सैकड़ों ऐसेयुवाओं, विचारकों और समाज के अग्रणी लोगों से मिले जिन्होंने बताया कि सरदार पटेल अगर देश के पहले प्रधानमंत्री होते तो देश बहुत पहले महाशक्ति बन जाता। आजादी के बाद कोई लंबा समय सरदार साहब ने नहीं बिताया, फिर भी अखंड भारत बनाने में सरदार पटेल ने महत्वपूर्ण योगदान किया। आज कोई उनका चरित्र ना लिख सके ऐसा महान योगदान का काम सरदार पटेल ने किया है। सरदार साहब के साथ विपक्ष के लोगों ने सालों तक अन्याय किया। अपने परिवार की दुकान चलाने के लिए सरदार साहब का सम्मान नहीं किया। सरदार पटेल जैसे महापुरुष का अंतिम संस्कार जहां हुआ वहां कोई स्मारक भी नहीं बनाया। विपक्ष के नेता जब तक सत्ता में रहे या सत्ता में भागीदार रहे, तब तक सरदार साहब को भारत रत्न भी नहीं मिला जबकि उस पर सबसे पहला अधिकार सरदार साहब का ही था। उन्हें भारत रत्न मिलते—मिलते 40 साल बीत गए। पूरे देश में लोगों के दिलों में सरदार, देश के इतिहास में सरदार, परंतु ना सरदार का म्यूजियम बना और न ही स्मारक बना और बनाया तो भी आधा-अधूरा म्यूजियम बनाया।

गृह मंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी जी जब प्रधानमंत्री बने तब विश्व में सरदार पटेल की सबसे ऊंची प्रतिमा और स्मारक बनाने का काम किया। हमने 1950 से लेकर आज तक, अपने चुनाव का घोषणापत्र सरदार साहब के अधूरे स्वप्न को पूरा करने के लिए समर्पित किया है। सरदार साहब के मन में वह कसक अंतिम समय में जरूर रह गई कि कश्मीर के साथ भारत का पक्का जुड़ाव नहीं हुआ, वह आधा रह गया। संविधान के अनुच्छेद 370 और 35 ए,कश्मीर के भारत के साथ जुड़ाव को कच्चे धागे की तरह जोड़ते थे। परंतु सरदार साहब की दूरदर्शिता थी कि संविधान में जब अनुच्छेद 370 डाला गया तो उसे स्थायी नहीं परंतु अस्थायी बनाया। और उस अस्थायी प्रावधान को उखाड़ फेंकने का काम गुजरात के दूसरे सपूत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने किया। 5 अगस्त 2019 के दिन नरेन्द्रभाई ने 370 के प्रावधान को उखाड़ कर फेंक दिया और उस पर अब भारत के सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ ने भी मुहर लगाकर उसे वैधानिक मान्यता देने का काम किया है।

उन्होंने कहा कि पीआके से कश्मीर में आए हुए शरणार्थियों को और विपक्ष के सत्ता में रहते हुए आतंक के दौरान शरणार्थी बने कश्मीर के हमारे शरणार्थी बहनों-भाइयों को मोदी सरकार ने संविधान में संशोधन करके विधानसभा में 3 सीट देने का काम किया। मोदी सरकार ने पीओके की 26 सीटें रिजर्व करने का कामभी किया है।

शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का जिस तरह देश और दुनिया में एक अलग स्थान है, सरदार साहब की आत्मा जहां होगी वहां संतुष्टी के साथ चैन की नींद ले रही होगी।

प्रधानमंत्री जी ने 10 साल के अंदर भारत को पूरी दुनिया के सामने एक मजबूत देश बनाने का काम किया है। जो भारत कभी भी कल्पना ना कर सके ऐसे काम पूर्ण हुए हैं। चंद्रमा पर तिरंगा लेकर अपना चंद्रयान उतरा और वहां शिवशक्ति पॉइंट पर तिरंगा लहराने का काम हमने किया है। जी-20 समिट में दुनिया के राष्ट्रध्यक्ष महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए एक ही समय पर नतमस्तक हुए। वह दृश्य दुनिया के सभी भारतीयों के लिए गौरव का क्षण था। 11वें नंबर पर रही हमारी अर्थव्यवस्था को 5वें नंबर पर लेकर आए। कलोल के लोगों से कहना चाहता हूं कि नरेंद्र मोदी जी को तीसरा कार्यकाल दे दीजिए, यह तय है कि देश की अर्थव्यवस्था पांचवें स्थान से तीसरे पर आ जाएगी।

उन्होंने कहा कि 60 करोड लोगों के जीवन में घर, बिजली, गैस, मुफ्त अनाज सहित कई सुविधाएं 10 साल के अंदर पहुंचाकर 13 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर लाने का काम नरेन्द्र मोदी जी की सरकार ने किया है। एक मात्र ऐसा कालखंड 10 साल में आया, जिसमें गरीबी रेखा के नीचे रहने वालों में कमी दर्ज की गई। आज हर महीने तीन नई वंदे भारत ट्रेन शुरू हो रही है। ऐसा आनंद आने लगा है जैसे बच्चे ट्रेन में बैठकर जापान जा रहे हों। रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट सहित कई प्रकार के क्षेत्रों में इतना विकास हुआ है जितना कोई कल्पना भी नहीं कर सके।

शाह ने कहा कि हमारे गौरव पर सालों से प्रहार होते थे। अयोध्या में राम मंदिर तोड़ डाला गया और 550 साल से भगवान टेन्ट में बैठे थे। वर्षो तक विपक्षियों के पेट का पानी नहीं हिलता था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने उसका भूमिपूजन किया और आगामी 22 जनवरी को भगवान श्रीराम अपने घर में प्रस्थापित होंगे। जिस सम्मान के लिए लाखों लोगों ने बलिदान दिया उस स्थान को गौरव देने का काम भी नरेन्द्र मोदी जी के 10 साल के कार्यकाल में हुआ। इतना ही नहीं, औरंगजेब का तोड़ा हुआ काशी विश्वनाथ का कॉरिडोर, बार—बार लूटा गया सोमनाथ का मंदिर फिर से सोने का बनाने का काम किया, भद्रकाली का मंदिर पावागढ़ में फिर से बना और उतराखंड में बद्रीनाथ, केदारनाथ धाम का पुनरुद्धार हुआ।

गृह मंत्री ने कहा कि भारत के गौरव और श्रद्धा के केंद्रों का हमेशा सम्मान होना चाहिए और सभी से अपील करता हूं कि आप अयोध्या जाकर एक बार जयश्री राम बोलकर भगवान के दर्शन करके आना। 80 दिन तक अहमदाबाद से रोज एक ट्रेन जानेवाली है। सालों से जो अपमान किया हमें कोई बदला नहीं लेना है, परंतु हमारे सम्मान और गौरव की रक्षा के लिए जिन्होंने बलिदान दिया उन पवित्र आत्माओं के लिए प्रभु श्री राम से प्रार्थना करें, तभी उनका बलिदान अमर होगा।

अमित शाह ने कहा कि आगामी दिनों में देश को एक बार फिर निर्णय लेना है कि 2024 के चुनाव में देश का प्रधानमंत्री कौन होगा। पूरे देश में जहाँ भी जा रहा हूँ, मोदी—मोदी के नाम से मंडप गूंजते हैं जबकि दूसरी ओर विपक्षी गठबंधन के लोग इकठ्ठा होकर फोटो खिंचवाने में ही रह गए हैं। मैं पूरे देश में घूमकर आया हूं, अभी जितनी सीटें हैं उससे भी अधिक सीट से फिर एकबार नरेन्द्र मोदी जी प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं।