केंद्र सरकार किसानों से खरीदेगी गोबर, पशुपालन को मिलेगा प्रोत्साहन
मंगलवार को लोकसभा में एक रिपोर्ट पेश की गई ,इस रिपोर्ट में उत्तराखंड के कांग्रेस सरकार का हवाला देकर कहा गया कि जिस प्रकार उत्तराखंड में कांग्रेस सरकार किसानों से तय कीमत पर गोबर की खरीदी करती है, वही मॉडल अब केंद्र सरकार भी अपनाएगी।
2021-22 के लिए कृषि, सहकारिता और किसान कल्याण विभाग की अनुदानों की मांगों की जांच करते हुए रिपोर्ट में कहा गया है, ‘ समिति का मानना है कि किसानों से डायरेक्ट गोबर की खरीद से ना केवल उनकी आय में वृद्धि होगी बल्कि रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। इसके साथ ही छुट्टा पशुओं की समस्या का भी निदान हो सकेगा और देश में जैविक खेती को बढ़ावा मिलने में आसानी होगी।’
इस रिपोर्ट में कहा गया, “ऐसे में समिति ये सिफारिश करती है कि कृषि विभाग पशुपालन और डेयरी विभाग के सहयोग से किसानों से गोबर खरीदने के लिए एक योजना शुरू करे।”
बता दें कि रिपोर्ट में इस तरह की सिफारिशों से पहले बीजेपी सांसद पर्वतागौड़ा चंद्रनागौड़ा गड्डीगौदर के नेतृत्व वाली कमेटी ने कृषि मंत्रालयन के अधिकारियों से कहा है कि वे किसानों से पशुओं का गोबर खरीदने की योजना लॉन्च करें.
आवंटित हुई राशि को लौटाने का मुद्दा भी उठाया गया
लोकसभा में पेश की गई इस रिपोर्ट में केंद्र सरकार ने कृषि मंत्रालय के लिए आवंटित हुई राशि को लौटाने का मुद्दा भी उठाया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि 2019-20 में विभाग ने 34,517.70 करोड़ रुपए सरेंडर किए, जबकि 2020-21 में ये राशि 17,849 करोड़ रुपए रही. इस तरह बड़ी मात्रा में फंड्स छोड़ने से कई योजनाओं के कार्यान्वयन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है.