NewsExpress

News Express - Crisp Short Quick News
देशभर से 250 प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (PACS) के अध्यक्ष और उनके परिजन “विशेष अतिथि” के रूप में कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड 2024 के साक्षी बने

देशभर से लगभग 250 लाभार्थी प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (PACS) के अध्यक्ष और उनके परिजन भारत सरकार के “विशेष अतिथि” के रूप में इस बार कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड 2024 के साक्षी बने। परेड देखने के बाद, विशेष अतिथि शाम को लाल क़िले पर आयोजित “भारत पर्व” में शामिल हुए। विशेष अतिथियों ने दो दिवसीय गणतंत्र दिवस उत्सव बड़े उत्साह के साथ मनाया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की “सहकार से समृद्धि” की परिकल्पना को साकार करने के लिए गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह के कुशल मार्गदर्शन में सहकारिता मंत्रालय ने बहुत ही कम समय में 54 से अधिक महत्वपूर्ण पहल की हैं। “PACS का कम्प्यूटरीकरण” इनमें से एक प्रमुख पहल है, जिसके तहत 2,516 करोड़ रुपये के कुल वित्तीय परिव्यय के साथ 63,000 PACS को कम्प्यूटरीकृत किया जा रहा है। अब तक, 28 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के 12,000 से अधिक पैक्स को कम्प्यूटरीकृत किया जा चुका है।

सहकारिता मंत्रालय ने 24 राज्यों एवं 2 केंद्र शासित प्रदेश में स्थित कंप्यूटरीकरण परियोजना के चयनित 250 लाभार्थी PACS के अध्यक्षों और उनके परिवार को गणतंत्र दिवस परेड देखने के लिए आमंत्रित किया था। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर सहकारिता राज्य मंत्री श्री बी.एल वर्मा ने सभी आमंत्रित अतिथियों से मुलाक़ात की और उनके साथ रात्रि भोज किया। इस अवसर पर श्री वर्मा ने मंत्रालय द्वारा शुरू की गई विभिन्न महत्वपूर्ण पहल के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होनें उपस्थित अतिथियों को यह आश्वासन भी दिया की सहकारिता मंत्रालय आगे भी इसी तरह सहकारिता क्षेत्र के सशक्तिकरण के लिए कार्यरत रहेगा। कुछ PACS के अध्यक्षों ने अपनी-अपनी समितियों को PACS कम्प्यूटरीकरण परियोजना से हुए लाभ के बारे में अपने अनुभव भी साझा किए। इस अवसर पर सहकारिता मंत्रालय के विशेष सचिव, अपर सचिव और अनेक वरिष्ठ अधिकारियों के साथ नाबार्ड के कई वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

सहकारिता मंत्रालय के इस प्रयास से गणतंत्र दिवस पर आमंत्रित इन विशेष अतिथियों का दिल्ली प्रवास एक यादगार अनुभव बना, साथ ही PACS कम्प्यूटरीकरण परियोजना की सफलता को प्रदर्शित करने का अवसर भी मिला। यह आयोजन सहभागी पैक्स को ‘सहकार से समृद्धि’ की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में एक नए जोश के साथ काम करने के लिए प्रेरित करेगा।