अनुराग सिंह ठाकुर ने चेन्नई में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2023 के विजेताओं को ट्रॉफियां प्रदान कीं
माननीय केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने बुधवार को तमिलनाडु के चेन्नई में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2023 के समापन समारोह में विजेताओं को ट्रॉफियां प्रदान कीं।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री युवाओं की शक्ति का उपयोग करने और उन्हें अपनी प्रतिभा दिखलाने के लिए मंच प्रदान करना चाहते हैं। उनके द्वारा परिकल्पित खेलो इंडिया गेम्स उनकी इसी दिलचस्पी का प्रतीक हैं।
प्रधानमंत्री ने लगातार युवाओं का समर्थन किया है, चाहे राम मंदिर अनुष्ठान के लिए उपवास पर होने के बावजूद तमिलनाडु में खेलो इंडिया यूथ गेम्स के उद्घाटन समारोह में भाग लेना हो या फिर उसी दौरान युवा कार्यक्रमों के लिए नासिक का दौरा करना हो। सिर्फ इसलिए ताकि उन्हें प्रेरित किया जा सके। टूर्नामेंट से पहले, उसके दौरान और उसके बाद वे एथलीटों से लगातार संवाद करते हैं और ये एक प्रमुख कारण है कि एथलीटों का आत्मविश्वास बढ़ा है।
महाराष्ट्र कुल 158 पदक (57 स्वर्ण, 48 रजत, 53 कांस्य) जीतकर शीर्ष स्थान पर रहा, जबकि तमिलनाडु और हरियाणा ने 98 पदक (38 स्वर्ण, 21 रजत, 39 कांस्य) और 103 पदक (35 स्वर्ण, 22 रजत, 46 कांस्य) जीतकर क्रमशः दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया।
इन खेलों में एथलीटों, तकनीकी अधिकारियों, स्वयंसेवकों आदि सहित कुल 7234 लोगों ने भाग लिया।
इस अवसर पर अपने संबोधन में ठाकुर ने कहा, “खेलो इंडिया यूथ गेम्स के हर एक संस्करण के साथ, हमारा कद बढ़ रहा है। मुझे यह कहते हुए बेहद गर्व हो रहा है कि 26 खेल स्पर्धाओं में 36 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के एथलेटिक उत्साह और अटल खेल भावना से प्रेरित 4454 युवा खिलाड़ियों ने गौरव हासिल के लिए प्रतिस्पर्धा की।
उन्होंने कहा, “माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना है कि भारत दुनिया में अगला खेल महाशक्ति बने और जिस तरह से हर गुजरते दिन के साथ खेल इकोसिस्टम विकसित हो रहा है, वह इस बदलाव का एक प्रमाण है। बदलाव एक प्रक्रिया है और 2016 में शुरू हुए खेलो इंडिया मिशन ने एक उत्साही, भ्रष्टाचार मुक्त स्पोर्टी भारत का सपना साकार किया है।”
खेलों के इस संस्करण में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के कुल 30 रिकॉर्ड और राष्ट्रीय युवा रिकॉर्ड बनाए गए हैं। एथलेटिक्स में 8 जबकि वेटलिफ्टिंग में 22 रिकॉर्ड बने हैं। जहां हरियाणा के एथलीटों ने 7 रिकॉर्ड बनाए, वहीं महाराष्ट्र ने कुल 6 रिकॉर्ड बनाए।
हरियाणा की संजना ने 76 किग्रा वेटलिफ्टिंग में 5 रिकॉर्ड बनाए हैं, जबकि तमिलनाडु की कीर्तना ने 81 किग्रा वेटलिफ्टिंग वर्ग में 3 रिकॉर्ड बनाए हैं। महाराष्ट्र की आरती तात्गुनी ने भी 49 किग्रा भारोत्तोलन वर्ग में 3 रिकॉर्ड बनाए।
ठाकुर ने कहा, “खेलो इंडिया गेम्स के सबसे आकर्षक हिस्से में से एक साधारण पृष्ठभूमि से मंच तक पहुंचने वाले एथलीटों की अलग-अलग कहानियां हैं। उनमें से कुछ कहानियों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, “खेलों में 23 प्रमुख एथलीटों की उपस्थिति भी देखी गई, जिन्होंने प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लिया, जिसमें तीरंदाजी में अदिति गोपीचंद स्वामी से लेकर भारोत्तोलन में एल धनुष तक शामिल हैं। जहां अदिति ने पिछले साल हांगझोऊ एशियाई खेलों में एक स्वर्ण सहित दो पदक जीते, वहीं तमिलनाडु के धनुष ने पिछले साल अल्बानिया के ड्यूरेस में आईडब्ल्यूएफ विश्व युवा चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता।
ठाकुर ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी जी के युवा भारत के दृष्टिकोण को अंततः इन चैंपियनों द्वारा बेहद गति से आगे बढ़ाया जा रहा है और वह दिन बहुत दूर नहीं है जब आप सभी भारत को ओलंपिक एवं खेल प्रतियोगिताओं के सबसे बड़े मंच पर शीर्ष के 10 स्थानों में अपनी जगह बनाने में मदद करेंगे।”
“तमिलनाडु में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेम्स के पिछले 13 दिनों के दौरान हमने जो देखा है, उससे मुझे बेहद गर्व व आशा भरा महसूस हो रहा है। खेल हमारे युवाओं की प्रतिभा, समर्पण और अदम्य भावना का गौरवशाली प्रमाण हैं। मैंने एथलेटिक कौशल, खेल भावना और सौहार्द का प्रदर्शन देखा है जिसने मुझे गहराई से प्रेरित किया है।
बुधवार को इस भव्य कार्यक्रम में माननीय सांसद (मध्य चेन्नई) दयानिधि मारन और तमिलनाडु सरकार के युवा कल्याण एवं खेल विकास मंत्री उदयनिधि स्टालिन भी मौजूद थे।