एनटीआईपीआरआईटी ने आईआईटी- गुवाहाटी में “5जी यूज केस लैब्स: अवेयरनेस और प्री-कमीशनिंग रेडीनेस” विषय पर कार्यशाला आयोजित की
भारत सरकार के दूरसंचार विभाग में सचिव (दूरसंचार) डॉ. नीरज मित्तल ने 12 फरवरी, 2024 को आईआईटी- गुवाहाटी में “5जी यूज केस लैब्स: अवेयरनेस और प्री-कमीशनिंग रेडीनेस” विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन किया। इस कार्यशाला का आयोजन दूरसंचार विभाग के अधीन गाजियाबाद स्थित नीति अनुसंधान, नवाचार और प्रशिक्षण के लिए राष्ट्रीय दूरसंचार संस्थान (एनटीआईपीआरआईटी) ने किया। इसमें पूर्वी क्षेत्र के लगभग 30 संस्थानों के 100 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इस कार्यशाला का उद्देश्य 5जी प्रौद्योगिकी उपयोग के मामलों में नवाचार को बढ़ावा देना है। दूरसंचार विभाग की ओर वित्तीय पोषण के जरिए पूरे भारत में सौ 5जी यूज केस लैब स्थापित किए जा रहे हैं, जिसमें विशेष रूप से आईआईटी गुवाहाटी सहित 30 संस्थानों के साथ पूर्वी क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। इसके लिए दूरसंचार विभाग- मुख्यालय के अधीन मानक-अनुसंधान और विकास-नवाचार (एसआरआई) प्रभाग शिक्षकों, छात्रों और स्टार्टअप समुदायों द्वारा समय पर स्थापना व प्रभावी उपयोग के लिए 5जी प्रयोगशालाओं से संबंधित नीति, कार्यान्वयन और क्षमता निर्माण से संबंधित पहलुओं का नेतृत्व कर रहा है। प्रधानमंत्री ने अक्टूबर, 2023 में आयोजित इंडिया मोबाइल कांग्रेस के दौरान पूरे देश में 100 5जी प्रयोगशाला स्थापित करने की घोषणा की थी।
डॉ. नीरज मिततल ने अपने संबोधन में नए यूज केसों का सृजन करने के लिए शैक्षणिक संस्थानों से 5जी यूज केस लैब का सर्वोत्तम उपयोग करने की अपील की जिससे कि 5जी प्रौद्योगिकी का लाभ देश में समाज के प्रत्येक वर्ग तक पहुंच सके और भारत को एक विकसित देश बनाने में योगदान दे सके।
एनईसी के सचिव श्री के मोजेज चलाई ने संकायों और कार्यशाला में भाग लेने के लिए उपस्थित उत्तर पूर्व क्षेत्र के उद्योग सहभागियों को संबोधित किया। उन्होंने एनईआर के विकास के लिए 5जी यूज केस का लाभ उठाने की आवश्यकता को रेखांकित किया।
उद्योग द्वारा सरकार, उद्यमों, शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य औा मनोरंजन कार्यकलापों आदि के लिए 5जी यूज केस की विभिन्न क्षमताओं को प्रस्तुत किया गया।
नयन टेक्नोलॉजिज ने किसी विशिष्ट क्षेत्र में नागरिक सुविधाओं की कमी को दूर करने से संबंधित मानकों पर खरा उतरने और डाटा की प्रोसेसिंग के बाद सरकारी एजेन्सियों को आसूचना उपलब्ध कराने के लिए समाधान प्रस्तुत किया।
निम्बल विजन ने जल बचाने और रिसाव मुद्वों की निगरानी करने और को लेकर सुधार संबंधी कार्रवाई का सुझाव देने तथा कदम उठाने के लिए नवोन्मेषी उत्पाद प्रस्तुत किया।
पेर्कान्त टेक्नोलॉजिज ने ‘‘ अभयपरिमित ‘‘ नामक एक सॉल्यूशन प्रस्तुत किया जो एक ऐसा हेल्थ सॉल्यूशन है जिसे भारत तथा अमेरिका में पैटेंट किया गया है और इसे डब्ल्यूएचओ में प्रदर्शित किया गया था।
टेकएक्सआर ने विभिन्न यूज केस-प्रशिक्षण, अकादमियों, तीर्थों आदि के साथ निम्न लागत का एआर-वीआर सॉल्यूशन प्रस्तुत किया।
आईआईटी मद्रास, आईआईटी गुवाहाटी और अन्य इंजीनियरिंग कॉलेजों, उद्योग के प्रतिनिधियों, स्टार्ट-अप्स, शोधार्थियों, छात्रों और डीओटी अधिकारियों सहित संकाय के सदस्यों के बीच विचार विमर्श किए गए।
कार्यशाला के दौरान, प्रतिभागियों ने आईआईटी गुवाहाटी में आईओटी लैब का भी अवलोकन किया।
आईआईटी गुवाहाटी में ईईई के प्रोफेसर रत्नजीत भटटृाचार्जी, एनटीआईपीआरआईटी के डीडीजी श्री अतुल सिन्हा ने भी उद्घाटन सत्र में अपने विचार व्यक्त किए।