आईआईसीए ने ‘बिजनेस और मानवाधिकार प्रोफेशनल कार्यक्रम’ का आयोजन किया
भारतीय कॉरपोरेट कार्य संस्थान (आईआईसीए) के ‘स्कूल ऑफ बिजनेस एनवायरनमेंट’ ने 17 फरवरी 2024 को मानेसर में अपने प्रमुख क्षमता निर्माण कार्यक्रम ‘आईआईसीए प्रमाणित बिजनेस और मानवाधिकार प्रोफेशनल’ का आरंभिक कार्यक्रम आयोजित किया। यह कार्यक्रम ‘एशिया में बिजनेस और मानवाधिकार (बी+एचआर)’, संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के सहयोग से तैयार किया गया है और इसमें यूरोपीय संघ ने भी आवश्यक सहयोग प्रदान किया है।
इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए आईआईसीए के महानिदेशक और सीईओ श्री प्रवीण कुमार ने भारत के संविधान और अन्य कानूनों में अंतर्निहित उन राष्ट्रीय उपायों या साधनों पर विशेष जोर दिया जो मानवाधिकारों को बढ़ावा देते हैं। यही नहीं, उन्होंने कमजोर वर्गों पर विशेष ध्यान देने के साथ बिजनेस संबंधी आपूर्ति श्रृंखला में नैतिक तौर-तरीकों को अपनाने के विशेष महत्व पर प्रकाश डाला।
प्रोफेसर गरिमा दाधीच, प्रमुख, स्कूल ऑफ बिजनेस एनवायरनमेंट ने विभिन्न व्यवसायों के अंतर्गत बीएचआर चैंपियन या दिग्गज बनाने पर ध्यान केंद्रित किया।
आरंभिक सत्र में अपने संबोधन में सुश्री नुसरत खान, राष्ट्रीय विशेषज्ञ बीएचआर, यूएनडीपी ने सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को प्राप्त करने में मानवाधिकारों के विशेष महत्व के बारे में विस्तार से बताया क्योंकि एसडीजी के लगभग 90 प्रतिशत लक्ष्य मानवाधिकारों पर ही आधारित हैं।
शुभा शेखर, क्षेत्रीय निदेशक, मानवाधिकार, कोका-कोला ने प्रतिष्ठा संबंधी एवं कानूनी जोखिमों से निपटने और विभिन्न व्यवसायों के संचालन के लिए एक सामाजिक लाइसेंस पर व्यावहारिक अंतर्दृष्टि साझा की, और इसके साथ ही उन्होंने विभिन्न व्यवसायों में बिजनेस और मानवाधिकार प्रोफेशनलों की भूमिका की स्पष्टता पर विशेष जोर दिया।
इस अवसर पर अपने संबोधन में आईआईसीए के सहायक संकाय श्री विराफ मेहता ने स्थायित्व के समग्र लक्ष्यों को प्राप्त करने में मानवाधिकार नजरिए के विशेष महत्व पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर अपनी टिप्पणी में डॉ. रवि राज अत्रे ने बिजनेस और मानवाधिकार पर आईआईसीए के तीन माह वाले ऑनलाइन शिक्षण और प्रमाणन कार्यक्रम के बारे में एक संक्षिप्त विवरण साझा किया और उन्होंने आईआईसीए की वेबसाइट www.iica.nic.in के माध्यम से आईआईसीए प्रमाणित बिजनेस और मानवाधिकार प्रोफेशनल कार्यक्रम के आगामी तीसरे बैच के लिए मनोनयन की घोषणा की।
इस कार्यक्रम में पंजीकृत प्रतिभागियों के रूप में विभिन्न कंपनियों के बोर्ड में शामिल निदेशकों के साथ-साथ स्थायित्व, बिजनेस एवं मानवाधिकार, सीएसआर, मानव संसाधन, इत्यादि क्षेत्रों के 30 कॉरपोरेट प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।