काशीराम जयंती पर बोली मायावती: गठबंधन का अनुभव अच्छा नहीं रहा, अकेली लड़ूंगी 2022 चुनाव

बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशीराम की 87वीं जयंती पर उनको नमन किया। बसपा के प्रदेश मुख्यालय में इस अवसर पर उन्होंने मीडिया को भी संबोधित किया।

मायावती ने काशीराम को दलितों का मसीहा बताते हुए कहा कि उन्होंने सच्चे मायने में बबासाहब के सपनो को आगे ले जाने का जाम किया है। इस अवसर पर पार्टी मान्यवर कांशीराम जी को श्रद्धा अर्पित करती है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब के कारवां को आगे बढ़ाने में कांशीराम जी की काफी बड़ी भूमिका थी। वह बाबा साहेब के रुके कारवां को लेकर आगे बढ़े।

मायावती ने आगे कहा कि काशीराम सदैव ही दबे – कुचले लोगों को आगे लेकर चले। सिर्फ बहुजन समाज पार्टी ही आज उनके दिखाए रास्ते पर चल रही है। बसपा ही गरीब व वंचितों की सेवा में लगी है। केवल बसपा ने अपने काम को लगातार आगे बढ़ाने के लिए समाज को अपना सब कुछ दिया है।

अच्छा नहीं रहा गठबंधन का अनुभव

मायावती ने गठबंधन के बारे में बात करते हुए कहा कि पिछले चुनाव में उनके गठबंधन का अनुभव अच्छा नहीं रहा। मायावती ने कहा, “हमारे वोटर बहुत अनुशासित हैं, हम अगर किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन करते हैं, तो हमारे वोटर कन्वर्ट हो जाते हैं, लेकिन बाकि पार्टियों के साथ ऐसा नहीं होता है, इसलिए हम भविष्य में कभी भी गठबंधन नहीं करेंगे। मायावती ने आगे कहा कि वे 2022 विधानसभा चुनाव भी अकेली लड़ेंगी।