पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की बढ़ते कीमतों के खिलाफ संसद से गांव की सड़को तक दिख रहा आक्रोश
पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के बढ़ते दामों को देखते हुए, देश की संसद से गांव की सडकों तक सरकार के खिलाफ जनता का आक्रोश दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। इस आक्रोश का उदाहरण बिहार के पूर्वी चम्पारण जिले (मोतिहारी) के छोटे से गांव सलेमपुर में देखने को मिला। जहां, हजारों की संख्या में ग्रामीणों ने सड़को पर उतरकर मौजूदा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शनकारियों में महिलाएं, बुजुर्ग और युवाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। वहीं महागठबंधन समर्पित पूर्व विधायक प्रत्याशी और सीपीएम नेता राजमंगल प्रसाद कुशवाहा इस आंदोलन का नेतृत्व कर रहे थे। उन्होंने प्रदर्शन के दौरान केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, सरकार की दमनकारी नीतियों के कारण आज तेजी से महंगाई बढ़ती जा रही है, जिससे गरीब, मजदूरों -किसानों को दिन बसर करना मुश्किल हो गया है।
इसलिए हम जनता की आवाज को बुलंद करते हुए इस आंदोलन को और तेज करेंगे। सरकार को डीजल,पेट्रोल और रसोई गैस की कीमतों को वापस लेना होगा। इसके अलावा विरोध प्रदर्शन में मुकेश कुमार, सुरेश सिंह, विकाश कुमार, जमालुद्दीन, अकिन्द्र प्रसाद इत्यादि और कई सीपीएम नेता शामिल थे।
बता दें कि इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड ने फरवरी महीने में 14.2 किलो वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में तीसरी बार इजाफा किया है। इसके पहले 4 फरवरी और 14 फरवरी को दाम बढ़ाए गए थे। इस तरह रसोई सिलेंडर के दामों 100 रुपये का इजाफा हो चुका है। इसके बाद 15 फरवरी को सिलेंडर के दाम 50 रुपये बढ़ाए। 25 फरवरी को IOCL ने 25 रुपये की बढ़ोतरी की।
पेट्रोल का दाम बिहार में 93.48 रुपये जबकि डीजल का दाम 86.73 रुपये प्रति लीटर है।