इन चार कारणों से बंगाल चुनाव जीत जाएगी ममता ?
पाँच राज्यों में चुनावी माहौल के बीच पश्चिम बंगाल चुनाव की स्थिति पर पूरे देश की नजर टिकी है। एक ओर बीजेपी पश्चिम बंगाल चुनाव जीतने का दावा कर रही वहीं दूसरी ओर ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी को पूर्ण विश्वास है कि इस बार भी दीदी की सरकार बनेगी।
आइए जानते हैं कैसे बनेगी दीदी की सरकार –
1. पश्चिम बंगाल की जनसंख्या में 30% मुस्लिम वोटर हैं बाँकी 70% अन्य वोटर्स हैं ,जिनके वोट टीएमसी एवं बीजेपी के अलावा अन्य पार्टियों में भी बटे हैं। ममता बनर्जी को इन 30% वोट का पूरा समर्थन है।
2. 2019 के लोकसभा चुनाव में तृणमूल को 22 सीटों पर, बीजेपी को 18 सीटों पर एवं कांग्रेस को 2 सीटों जीत मिली थी । इस बार की चुनावी रणनीति के मद्देनजर विधानसभा चुनाव में टीएमसी 180 सीटें जीतने का दावा कर रही है।
पश्चिम बंगाल चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के लिए रणनीति बना रहे प्रशांत किशोर ने एक बार फिर बड़ी जीत का दावा किया है। प्रशांत किशोर ने यह भी कहा है कि सामान्य स्थिति में बीजेपी कितना भी कुछ कर ले, वो यहां पर चुनाव नहीं जीत सकती है।
3. दस साल तक पश्चिम बंगाल में शासन करने के कारण राज्य में तृणमूल कांग्रेस का सशक्त सामाजिक पहुंच बन गया है। जिस कारण बंगाल के हर घर में ममता बनर्जी के वोटर्स हैं। ममता खुद को बांग्ला संस्कृति का रक्षक कहती हैं।
4. पिछले कुछ महीनों में ममता बनर्जी की सरकार ने कई योजनाएँ लागू की हैं जिनमें ‘स्वास्थ्य साथी’ सबसे महत्वपूर्ण है। इसके अलावा हाल ही में उन्होंने ‘दुआरे सरकार’ यानी आपके द्वार पर सरकार जैसे अभियान चलाए ताकि लोगों की दिक़्क़तें तत्काल दूर की जा सकें। कोविड-19 के कारण स्कूल बंद हैं लेकिन उनके परिवारों को किताबें और राशन दिया जा रहा है। बारहवीं के छात्रों को टैब्लेट ख़रीदने के लिए दस हज़ार की राशि दी जा रही है। साथ ही ममता ने कोरोना का टीका सबको मुफ़्त में देने की भी घोषणा कर दी है।
विधानसभा चुनाव का परिणाम तो भविष्य के गर्भ में टिका है लेकिन ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के जीतने की संभावना प्रबल दिख रही है।
पल्लवी सिंह