अटल इनोवेशन मिशन के नए मिशन निदेशक की नियुक्ति के लिए अधिसूचना
विख्यात सामाजिक-तकनीकविद् डॉ. चिंतन वैष्णव को नीति आयोग के तत्वावधान में भारत सरकार की एक प्रमुख पहल अटल इनोवेशन मिशन (एआईएम) के नए मिशन निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है। वह टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज द्वारा नीति आयोग में नियुक्त डॉ. रामनाथन रमनन से पदभार ग्रहण कर रहे हैं जो जून 2017 से इसके पहले मिशन निदेशक के रूप में एआईएम का नेतृत्व करते रहे थे। डॉ. वैष्णव अमेरिका के मैसेच्यूट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) में अपने वर्तमान कार्यभार से अब एआईएम के प्रमुख का कार्यभार संभालेंगे।
नीति आयोग ने इस अवसर पर श्री रमनन को एआईएम के लिए मजबूत आधारशिला रखने में उनके असाधारण योगदान के लिए धन्यवाद दिया। चार वर्षों से कम के अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने एआईएम के मिशन को आगे बढाने के लिए प्रतिभाशाली युवा प्रोफेशनलों की एक मजबूत टीम भी बनाई। नीति आयोग ने श्री रमनन को उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
नीति आयोग एआईएम के नए मिशन निदेशक डॉ. वैष्णव का स्वागत करता है जो मध्य अप्रैल 2021 से पदभार ग्रहण करेंगे।
डॉ. वैष्णव मानवीय तथा प्रौद्योगिकीय दोनों के साथ बड़े पैमाने की प्रणालियों को समझने और उनका निर्माण करने के लिए प्रशिक्षित इंजीनियर हैं। एक शिक्षक, नवोन्मेषक और उद्यमी के रूप में उन्हें भारत और अमेरिका दोनों ही जगहों पर इनोवेशन, इको-सिस्टम के विभिन्न हिस्सों का व्यवहारिक अनुभव प्राप्त है। पिछले एक दशक के दौरान उन्होंने अपने समय को एमआईटी में पढ़ाने तथा अनुसंधान करने एवं भारत में ग्रामीण समुदायों के साथ उन सॉल्यूशंस के निर्माण के लिए काम करने, जो मानवीय स्थितियों में सुधार लाने के लिए मूलभूत बाधाओं पर विजयी हो सकती हैं, में विभाजित कर रखा है। उन्होंने वाणिज्यिक एवं अलाभकारी संगठनों दोनों की ही स्थापना की है। उन्होंने प्रोद्योगिकी तथा प्रणालियों, विकास एवं सार्वजनिक नीति से संबंधित चुनौतियों से निपटने के लिए स्टार्टअप्स, निगमों तथा सरकार को भी सुझाव दिया है।
डॉ. वैष्णव ने एमआईटी से टेक्नोलॉजी, मैनेजमेंट तथा पॉलिसी में पीएचडी की है।
एआईएम का मिशन देशभर में नवोन्मेषण तथा उद्यमशीलता के एक गतिशील परितंत्र का निर्माण करना तथा उसे बढ़ावा देना है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए इसके संगठनात्मक दृष्टिकोण के साथ एआईएम की समग्र एवं व्यापक संरचना की रूपरेखा नवोन्मेषकों तथा रोजगार सृजनकर्ताओं के देश के उद्भव को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई है। इसकी शुरूआत से, पिछले चार वर्षों के दौरान एआईएम की विभिन्न पहलों में उल्लेखनीय सफलताएं अर्जित की हैं।
अभी तक एआईएम ने 650 जिलों में स्कूलों में 7259 अटल टिंकरिंग प्रयोगशालाओं की स्थापना की है और इसके जरिए 3.5 मिलियन छात्रों को उभरती प्रौद्योगिकियों की सुविधा प्रदान की है। इसने 68 अटल इन्क्यूबेटर्स को भी प्रचालित किया है, 2000 से अधिक स्टार्टअप्स जिनमें से 625 का नेतृत्व महिलाएं कर रही हैं, को भी बढ़ावा दिया है। एआईएम ने सामाजिक-आर्थिक प्रभाव के साथ ही उत्पाद नवोन्मेषणों के लिए 56 अटल न्यू इंडिया तथा एराईज चैलेंज विजेताओं का चयन किया है तथा ग्रामीण भारत की समुदाय-आधारित नवोन्मेषण आवश्यकताओं को बढावा देने के लिए 20 अटल समुदाय नवोन्मेषण केंद्रों को स्थापित करने की पहल की है। इसने एक सबसे बड़े स्वैच्छिक मेंटर्स ऑफ चेंज नेटवर्क्स की भी स्थापना की है जिसमें देशभर में 5000 से अधिक परामर्शदाता एवं 30 से अधिक कंपनियां और अंतर्राष्ट्रीय साझेदार हैं। इसने अपनी पहलों की सहायता के लिए अन्य हितधारकों के साथ कार्यनीतिक गठबंधन भी किए हैं।