BIG NEWS: सीएम योगी ने दिया डीएम को आदेश, गौतम बुद्ध नगर में लग सकता है नाइट कर्फ्यू
उत्तर प्रदेश में एक बार फिर कोरोना वायरस का संक्रमण जोर पकड़ रहा है। रोजाना बड़ी संख्या में लोग इस महामारी की चपेट में आ रहे हैं। बुधवार की शाम 5:00 बजे तक पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में 40 लोगों ने संक्रमण की चपेट में आने के कारण दम तोड़ दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार की रात एक उच्चस्तरीय बैठक की है। जिसमें राज्य के स्वास्थ्य मंत्री, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव समेत टीम-11 के सदस्यों ने भाग लिया।
योगी आदित्यनाथ के इस फैसले के बाद अब नोएडा के जिलाधिकारी सुहास एलवाई गुरूवार को एक बैठक का आयोजन कर सकते है। जिसमें वो अपने अधिकारियों के साथ के साथ इस मीटिंग में नाइट कर्फ्यू को लेकर चर्चा करेंगे। जिसका कारण यह है कि गौतमबुद्ध नगर जिले में कोरोना संक्रमण के मामले काफी तेजी के साथ बढ़ रहे है।
बुधवार को गौतमबुद्ध नगर में कोरोना वायरस के संक्रमण में शतक बनाया है। इस साल के आज सर्वाधिक 125 मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं, जिले में महामारी के कारण मरने वालों की संख्या 93 हो गई है। सोमवार और मंगलवार को एक-एक संक्रमित की मौत हुई थी। बुधवार को 49 लोगों को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। अब जिले के अस्पतालों में 652 लोगों का इलाज किया जा रहा है।
बुधवार की देर शाम को योगी आदित्यनाथ ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जनपद लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर नगर, गोरखपुर, मेरठ, गौतमबुद्ध नगर, झांसी, बरेली, गाजियाबाद, आगरा, सहारनपुर और मुरादाबाद के जिलाधिकारियों से कोविड-19 के उपचार के सम्बन्ध में की जा रही कार्यवाही की जानकारी प्राप्त और आवश्यक निर्देश दिए।
इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिन जनपदों में कोविड-19 के प्रतिदिन 100 से अधिक मामले आ रहे हैं और 500 से ज्यादा एक्टिव केस हैं, उन जनपदों के जिलाधिकारी माध्यमिक विद्यालयों में अवकाश के सम्बन्ध में (परीक्षाओं को छोड़कर) स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लें। इसी प्रकार इन जनपदों में रात्रि में आवागमन को नियंत्रित करने के सम्बन्ध में समुचित निर्णय लिया जाए। इसके लिए जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक समन्वय बनाते हुए निर्णय लें। ऐसी स्थिति में यह भी सुनिश्चित किया जाए कि आवश्यक सामग्री दवा, खाद्यान्न आदि का परिवहन व गतिविधियां बाधित न हों।
जिलाधिकारी माध्यमिक विद्यालयों में अवकाश के सम्बन्ध में (परीक्षाओं को छोड़कर) स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लें। इसी प्रकार इन जनपदों में रात्रि में आवागमन को नियंत्रित करने के सम्बन्ध में समुचित निर्णय लिया जाए। इसके लिए जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक समन्वय बनाते हुए निर्णय लें। ऐसी स्थिति में यह भी सुनिश्चित किया जाए कि आवश्यक सामग्री दवा, खाद्यान्न आदि का परिवहन व गतिविधियां बाधित न हों।
योगी आदित्यनाथ ने चिकित्सा शिक्षा मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से जनपदों का भ्रमण कर चिकित्सा व्यवस्था की मौके पर समीक्षा करने की अपेक्षा की। कोरोना टीकाकरण का कार्य सुचारु ढंग से संचालित किया जाए। शासन का प्रयास प्रतिदिन 5 से 7 लाख वैक्सीन उपलब्ध कराने का है। यह सुनिश्चित किया जाए कि वैक्सीन की वेस्टेज न होने पाए। इण्टीगेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर के माध्यम से ऐसी व्यवस्था बनायी जाए, जिससे वैक्सीन की उपलब्धता के अनुरूप ही वैक्सीनेशन के लिए लोगों को बुलाया जा सके।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पब्लिक एड्रेस सिस्टम हर चैराहे पर कार्यशील रहे। होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों से निरन्तर संवाद बनाए रखते हुए उनकी माॅनीटरिंग की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम के लिए खुले स्थान पर 200 और बन्द जगह पर 100 से अधिक लोग एकत्र न हों। उन्होंने स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन का विशेष अभियान संचालित करने के निर्देश भी दिए। 50 प्रतिशत एम्बुलेंस कोविड मरीजों तथा शेष 50 प्रतिशत एम्बुलेंस नाॅन-कोविड मरीजों के लिए आरक्षित की जाएं। यह व्यवस्था सभी मेडिकल काॅलेजों, चिकित्सा संस्थानों, सरकारी एवं निजी अस्पतालों में लागू करायी जाए। एम्बुलेंस सेवाओं के संचालन से जुड़े चालकों एवं चिकित्सा कर्मियों को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जाएं।