कोरोना ने भोपाल में लिया भयानक रूप, एक साथ अंतिम सफर पर निकलीं 41 लाशें, आठ महीने की बच्ची भी…
देश में कोरोना के बढ़ते मामलें ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं और अब हालात हर दिन बद से बदतर होता जा रहा हैं। देश के कोने-कोने से संक्रमण के साथ-साथ मौत की खबरें भी आ रहीं हैं। हाल ही में मध्यप्रदेश के भोपाल से ऐसी ख़बरें आई हैं, जो दिल को दहला देने और रूह को सहमा देने वाली हैं।
हम आपको बता दें कि मध्यप्रदेश की राजधानी में एक दिन में 41 कोरोना पॉजिटिव लोगों का अतिम संस्कार किया गया। जो सोचने- पर मजबूर कर रही हैं।
ऐसा पहली बार हुआ है कि भोपाल में इतनी संख्या में कोरोना मरीजों के शवों का एक साथ अंतिम संस्कार हुआ हो। गुरुवार को भदभदा विश्राम घाट पर 41 शवों का अंतिम संस्कार हुआ। इसमें कोरोना संक्रमित 31 शवों का कोरोना के प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार किया गया।
भोपाल में हालात इतने भयानक हो गए हैं कि पहली बार भदभदा विश्रामघाट पर कोरोना संक्रमितों के लिए तैयार की गई जगह छोटी पड़ गई और नए मरीजों की वजह से नई जगह बनानी पड़ी। बताते चले कि भदभदा विश्रामघाट में कोरोना संक्रमित शवों के अंतिम संस्कार के लिए कुल 12 पिलर तैयार किए गए थे।
इसके अलावा भोपाल में कोरोना से आठ महीने की बच्ची अदीबा की मृत्यु हो गई। भोपाल में पहली बार इतनी छोटी उम्र की किसी बच्ची की कोरोना से मौत हुई है। अदीबा का एम्स में इलाज चल रहा था लेकिन उसके बाद भी कोरोना से जंग नहीं जीत सकी। हैरानी की बात यह है कि बच्ची के परिवार में किसी को कोरोना नहीं हुआ था।
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