बंगाल में 6 सालों में भाजपा जमीन से आसमान पर, पढ़े कितना बढ़ा रुतबा
बंगाल में भाजपा लगातार अपनी शक्तियों को बढ़ाने में लगा हुआ है। पिछले कुछ सालों की अगर बात की जाए तो भाजपा ने बंगाल में अर्श से फर्श तक का सफर तय किया है। भाजपा के इसी बढ़ते ग्राफ को देखते हुए ममता बनर्जी और टीएमसी की चिंता बढ़ गई है।
कितना बढ़ा ग्राफ
भाजपा का अस्तित्व कुछ सालों पहले तक बंगाल में बहुत सिमित था। बंगाल में लम्बे समेत तक बामपंथियों का शासन रहा है और उसके बाद ममता बनर्जी सरकार में आई। इन दोनों के शासन काल में बंगाल में भीषण हिंसा का एक दौर चला। बंगाल में बामपंथियों के कमजोर होने के बाद जनता एक मजबूत विकल्प के रूप में भाजपा को देख रही है, इसी वजह से भाजपा का ग्राफ दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।
भाजपा को 2014 से पहले के चुनाव में महज़ 4 प्रतिशत का वोट शेयर मिला था। जबकि 2014 में भाजपा का वोट प्रतिशत 18 हो गया। इस दौरान भाजपा को 2 सीटें मिली थी। वहीँ भाजपा को 2019 में 18 सीट मिली थी और उसका वोटिंग प्रतिशत बढ़के 40 प्रतिशत का हो गया।
हिन्दू वोटों पर भाजपा की नज़र
भाजपा इस चुनाव में हिन्दू वोटरों को टार्गेट कर रही है। ममता सरकार में जिस तरीके से हिन्दुओं का तुष्टिकरण किया गया भाजपा उसी का फायदा उठाने की फ़िराक़ में है। बंगाल में जेपी नड्डा के काफिले पर हमला किया गया उसके बाद भाजपा फ्रंटफुट पर खेल रही है। भाजपा के नेता भी बंगाल में चुनाव जीतने को लेकर कॉन्फिडेंस नज़र आ रहे हैं। 24 परगना में जेपी नड्डा ने जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि हम 100 प्रतिशत अपने जीत को लेकर निश्चिंत हैं। साथ ही नड्डा सहित सभी बड़े भाजपा के नेत्ता लगातार भाजपा पर निशाना साध रहे हैं।
आज जो घटना हुई है वह ममता जी की बौखलाहट की कहानी है। उनको दिख चुका है कि उनकी जमीन खिसक चुकी है। उनकी शब्दावली ऐसी है कि जिसे बोलने में भी शर्म आए।
ये जो हरकतें आज हुई हैं, ऐसी हजार हरकतें हों फिर भी हम डरने वाले नहीं हैं। हम बंगाल के हर क्षेत्र में जाएंगे और अपने विचार रखेंगे। pic.twitter.com/YZO6udzuLN
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) December 10, 2020