प्रधानमंत्री होने की वजह से भरना पड़ा “एक लाख पचहत्तर हजार” का जुर्माना: जानिए पूरी वजह
इसे कहते हैं “रूल ऑफ लॉ।” इसे कहते हैं कानून सबके लिए बराबर है यह कानून किसी के साथ भेदभाव नहीं करता, किसी को भी नहीं छोड़ता खासकर बड़े रसूखदार लोगों को।
एक ऐसा देश जहां प्रधानमंत्री को कानून तोड़ने की वजह से 20 हजार नॉर्वे क्राउन्स यानि 1 लाख 75000 रुपए की जुर्माना भरना पड़ा। वो देश है नार्वे।
नार्वे के प्रधानमंत्री को नर वेजियन पुलिस ने उस समय चालान कर दिया जब वह अपनी बर्थडे पार्टी कर रही थी, और उसमें कोरोना प्रोटोकॉल के तहत तय सीमा से ज्यादा लोग शामिल हो गए।
दरअसल, नार्वे में कोरोना के कारण किसी भी प्रकार के पार्टी में 10 लोगों को जाने की इजाजत है। और नार्वे की प्रधानमंत्री एर्ना सोलबर्ग ने अपने पति सहित कुल 13 परिजनों के साथ इस साल फरवरी में अपना 60वां जन्मदिन मनाई थी।
फाइन करने पर नार्वे पुलिस ने यह तर्क दिया कि “यदि इस नियम को कोई आम इंसान को तोड़ा होता, शायद हम जुर्माना नहीं करते, लेकिन यह रोल एक प्रधानमंत्री ने तोड़ा है जिसने इस कानून को बनाया है जिसे देश के सभी नागरिक फॉलो करते हैं। अगर नियम बनाने वाले ही नियम का पालन नहीं करें तो आम नागरिक से क्या उम्मीद रखी जाएगी।”
हालांकि, बाद में प्रधानमंत्री ने माफी भी मांगी।
नार्वे की पुलिस का यह कदम कई देशों के पुलिस के लिए ठीक है जहां रसूखदार लोगों के लिए कोई कानून मायने नहीं रखता है, खासकर प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के लिए तो कतई नहीं।
By: Sumit Anand