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इस बार भारत का ही कोरोना ढा रहा कहर, वैज्ञानिकों ने बताया देशी कोरोना…

नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) ने हाल ही में कहा है कि भारत में कोरोना वायरस का एक ‘नया डबल म्यूटेंट वैरिएंट’ पाया गया है। वैज्ञानिकों की भाषा में इस नए डबल म्यूटेंट वैरिएंट की पहचान ‘बी.1.617’ बताई जा रही है, जो कि अबतक 8 देशों में पहुंच चुका है। 70 फीसदी सैंपल में यही वैरिएंट पाया जा रहा है, जिसके बारे अब कहा जा रहा है कि यह भारत में पैदा हुआ है। इसलिए एक्सपर्ट इस ‘नए डबल म्यूटेंट स्ट्रेन’ को ‘देसी वैरिएंट’ कह रहे हैं।

इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक अशोका यूनिवर्सिटी में त्रिवेदी स्कूल ऑफ बायोसाइंसेज के वायरोलॉजिस्ट और डायरेक्टर डॉक्टर शाहिद जमील का कहना है कि ‘अगर आप इस वायरस की तुलना वुहान वाले स्ट्रेन से करें तो उसमें 15 अलग-अलग बदलाव हो चुके हैं। इनमें से तीन बदलाव इसके स्पाइक प्रोटीन में हुए हैं। यही प्रोटीन वायरस के इंसानी शरीर में घुसने के लिए जिम्मेदार होता है। इन बदलावों के कारण यह इम्यून क्षमता को कमजोर करता है और आसानी से मानव शरीर में घुसने लगता है, जो इसे बहुत ही संक्रामक बना देता है।’ वायरस में हो रहे इतनी तेजी से बदलावों का जोखिम यह भी है कि जो वैक्सीन तो पहले वाले वायरस के हिसाब से बनाई गई है, वह उसके बदले स्वरूप पर किस हद तक असर कर पाएगा।

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