इस बार भारत का ही कोरोना ढा रहा कहर, वैज्ञानिकों ने बताया देशी कोरोना…
नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) ने हाल ही में कहा है कि भारत में कोरोना वायरस का एक ‘नया डबल म्यूटेंट वैरिएंट’ पाया गया है। वैज्ञानिकों की भाषा में इस नए डबल म्यूटेंट वैरिएंट की पहचान ‘बी.1.617’ बताई जा रही है, जो कि अबतक 8 देशों में पहुंच चुका है। 70 फीसदी सैंपल में यही वैरिएंट पाया जा रहा है, जिसके बारे अब कहा जा रहा है कि यह भारत में पैदा हुआ है। इसलिए एक्सपर्ट इस ‘नए डबल म्यूटेंट स्ट्रेन’ को ‘देसी वैरिएंट’ कह रहे हैं।
Telangana reported 3307 new #COVID19 cases, 897 recoveries and 8 deaths on 14th April.
Total cases 3,38,045
Total recoveries 3,08,396
Death toll 1788Active cases 27,861 pic.twitter.com/y4R5IlEnYD
— ANI (@ANI) April 15, 2021
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक अशोका यूनिवर्सिटी में त्रिवेदी स्कूल ऑफ बायोसाइंसेज के वायरोलॉजिस्ट और डायरेक्टर डॉक्टर शाहिद जमील का कहना है कि ‘अगर आप इस वायरस की तुलना वुहान वाले स्ट्रेन से करें तो उसमें 15 अलग-अलग बदलाव हो चुके हैं। इनमें से तीन बदलाव इसके स्पाइक प्रोटीन में हुए हैं। यही प्रोटीन वायरस के इंसानी शरीर में घुसने के लिए जिम्मेदार होता है। इन बदलावों के कारण यह इम्यून क्षमता को कमजोर करता है और आसानी से मानव शरीर में घुसने लगता है, जो इसे बहुत ही संक्रामक बना देता है।’ वायरस में हो रहे इतनी तेजी से बदलावों का जोखिम यह भी है कि जो वैक्सीन तो पहले वाले वायरस के हिसाब से बनाई गई है, वह उसके बदले स्वरूप पर किस हद तक असर कर पाएगा।
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