केंद्र सरकार ने लॉकडाउन का फैसला राज्यों पर छोड़ा।

देश में कोरोना का कहर जारी है। देश के कई राज्यों ने कोरोना से बिगड़े हालात के मद्देनजर ‘मिनी लॉकडाउन या नाइट कर्फ्यू’ लगा दिया है। हालांकि इन कड़ी पाबंदियां के बाद भी हालात बिगड़ते जा रहे है। एक बार फिर लॉकडाउन का खतरा लोगों के अंदर घर कर गया है। सभी प्रवासी एक बार फिर अपने अपने घर को जाने लगे हैं। लेकिन केंद्र ने अब लॉकडाउन को लेकर फैसला करने का अधिकार राज्यों के पाले में डाल दिया है।

गृह मंत्री अमित शाह ने एक इंटरव्यू में लॉकडाउन के बारे में बातचीत की उन्होंने कहा “विगत 3 महीनों से हमने पाबंदियां लगाने का अधिकार राज्य सरकार को दे दिया है क्योंकि हर राज्य की स्थिति एक समान नहीं है इसलिए राज्यों को अपनी परिस्थितियों के अनुसार फैसला लेना होगा।”

शाह ने आगे कहा कि “जब देश में पहली बार लॉकडाउन लगा था, हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर बहुत खराब थी लेकिन अब केंद्र सरकार और राज्य सरकारों की मदद से काफी ठीक हो चुका है। इसलिए अब राज्य सरकारों को अपने परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लेना है और केंद्र सरकार इसमें उनकी पूरी तरीके से मदद करेगी।”

अमित शाह ने कुंभ मेला पर अपनी बात कही। उन्होंने कहा कि “प्रधानमंत्री ने खुद संतों से बातचीत की और कुंभ को प्रतीकात्मक करने की बात कही है, करीब 13 में से 12 अखाड़ों ने कुंभ समाप्ति का ऐलान भी कर दिया है।”

बता दें कि देश में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है, हालात बिगड़ते जा रहे हैं। बिगड़ते हालात के कारण महाराष्ट्र में मिनी लॉकडाउन लगा दिया गया है।

By : Sumit Anand