तेजस्वी ने सीएम नीतीश पर साधा निशाना, कहा- सत्ता नहीं संभल रही तो कुरसी छोड़ दीजिए, हमें दीजिए मौका…
कोरोना की दूसरी लहर से पूरा देश जूझ रहा है। इसी बीच बिहार में भी कोरोना का प्रकोप जारी है। ऐसे में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलफ विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मोर्चा खोल दिया है। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव आज सोमवार को फ़ेसबूक लाइव आकर नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है।
इस दौरान बिहार की बदहाल स्वास्थ्य व्यावस्था को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की। तेजस्वी ने कहा कि अगर सरकार नहीं संभल रही तो कुर्सी छोड़ दीजिए। हमें मौका दीजिये। हम दिखाएंगे की काम कैसे होता है।
पूर्व मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा, ” बिहार में कोई व्यवस्था नहीं है। सरकार पूरी तरह से फेल हो चुकी है। ऐसे समय में नकारात्मक राजनीति नहीं होनी चाहिए। लेकिन सत्तापक्ष के नेता केवल राजनीति कर रहे हैं। इस वक्त कमियों को दूर कर सुधार करना चाहिए। लेकिन सरकार मानने को तैयार नहीं हैं, कि वो फेल हो चुकी है। सत्ताधारी दल के नेता मुझे याद कर रहे हैं, इसका मतलब यही है कि वो स्वीकार कर चुके हैं कि सरकार स्थिति को नियंत्रित करने में फेल है। लेकिन मुख्यमंत्री तो नीतीश कुमार ही हैं। हम क्या करें।”
तेजस्वी जी ने नीतीश कुमार को सीधा सीधा कह दिया कि सरकार में बैठें लोग अगर हमें खोज रहें तो इसका साफ मतलब है कि इनसे सरकार चल नहीं रही है,अगर इनसे बिहार नहीं संभल रहा है तो हमलोगों को मौका दें, हमलोग बताएंगे सरकार कैसे चलती है। व्यवस्था कैसे संभाली जाती है? नीतीश कुमार थक चुके है। pic.twitter.com/XOEkQIvMIx
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) May 17, 2021
नेता प्रतिपक्ष ने कहा, ” मुख्यमंत्री नीतीश कुमार थक चुके हैं। उन्हें अब जनता की कोई चिंता नहीं हैं। अगर होती तो एक साल में काम हुआ होता. मुख्यमंत्री वो हैं, लेकिन लोग खोज हमें रहे हैं। सरकार में बैठे लोग मुझे याद कर रहे हैं। इसका मतलब बिहार उनसे नहीं सम्भल रहा, तो कुर्सी पर क्यों बैठे हैं? नहीं संभल रही सत्ता तो छोड़ दीजिए। हमें मौका दीजिये, हम बताएंगे काम कैसे करना है।”
आगे तेजस्वी यादव ने कहा कि, ” हमारा काम सच्चाई बताना है, जिन्होंने आंखों पर पट्टी बांधी है, वो बाहर जाएं।” तेजस्वी यादव ने कहा कि वो आज मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखेंगे कि अगर मुख्यमंत्री को उनकी जरूरत है, तो वो उन्हें अनुमति दें काम करने की। वे सरकार की मदद के लिए हर संभव काम करने को तैयार हैं।