कृषि कानून का विरोध कर रहे 40 किसान नेताओं का इरादा समस्या का समाधान करना नहीं है :दुष्यंत चौटाला
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बुधवार को कृषि कानून के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने किसान नेताओं के मंशा पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व कर रहे 40 किसान नेताओं का इरादा समस्या का समाधान करना नहीं, बल्कि अपने हित साधना है। चौटाला ने बीजेपी नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह द्वारा हाल में दिए गए बयान के प्रतिक्रिया में ये बातें कहीं।
बता दें कि बीरेंद्र सिंह ने हाल ही कहा था कि किसानों की समस्या का समाधान खोजने में कोई देरी नहीं होनी चाहिए।
बीरेंद्र सिंह के इस बयान पर उपमुख्यमंत्री ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, ‘‘मैंने पहले प्रधानमंत्री से भी लिखित में अनुरोध किया था कि एक टीम का गठन किया जाना चाहिए। केंद्र ने 40 (किसान) नेताओं को कई बार संदेश भी भेजे कि उन्हें इस मामले पर वार्ता के लिए आगे आना चाहिए।’’
चौटाला ने आगे कहा, ‘‘26 जनवरी (किसानों की ट्रैक्टर रैली) के बाद से करीब चार महीने हो गए हैं और इन 40 नेताओं ने हजारों लोगों को विभिन्न सीमाओं पर बैठाए रखा है, लेकिन वे वार्ता के लिए आगे नहीं आ रहे।यह दर्शाता है कि उनका इरादा कृषि को बचाना नहीं, बल्कि अपने हित साधना है।’’
बता दें कि हरियाणा में चौटाला की पार्टी जननायक जनता पार्टी का भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन की सरकार है।