ब्रिटेन ने फेसबुक पर लगाया करोड़ो डॉलर का जुर्माना, जानिए क्या है वजह
ब्रिटेन के प्रतिस्पर्धा नियामक ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर नियमों के उल्लघंन के लिए 6.94 करोड़ डॉलर का जुर्माना लगाया है। नियामक की माने तो यह जुर्माना फेसबुक पर ऑनलाइन डेटाबेस कंपनी ‘गिफी’ की खरीद संबंधी जांच के दौरान नियमों के उल्लंघन को लेकर लगाया गया है। ब्रिटेन के बाजार प्राधिकरण (सीएमए) ने कहा कि फेसबुक जांच के दौरान आवश्यक जानकारी प्रदान करने में असक्षम रही।
नियामक के मुताबिक फेसबुक को कई दफा चेतावनियां दी गईं, लेकिन ऐसा लगता है कि फेसबुक ने जानबूझकर नियमों का उल्लंघन किया है। प्राधिकरण ने कहा कि ऐसा पहली बार है जब किसी कंपनी को प्रारंभिक प्रवर्तन आदेश का उल्लंघन करने के लिए जानबूझकर जरुरी जानकारी देने से मना करते हुए पाया गया है। उसने बताया कि फेसबुक पर नियमो का उल्लंघन करने पर पांच करोड़ पाउंड और सहमति के बिना जानकारी दिए दो बार अपने मुख्य अनुपालन अधिकारी को बदलने के लिए 5,00,000 पाउंड का जुर्माना लगाया गया है। सीएमए में वरिष्ठ निदेशक जोएल बामफोर्ड ने अपने एक बयान में कहा कि, ‘‘हमने फेसबुक को कई बार चेतावनी दी थी कि हमें जरूरी जानकारी देने से मना करना नियमो का उल्लंघन है। लेकिन दो अलग-अलग अदालतों में इस संबंध में केस हारने के बाद भी फेसबुक अपने कानूनी जिम्मेदारियों की अवहेलना करती रही।’’ वही फेसबुक ने इस मुद्दे पर कहा है कि वह इस निर्णय की समीक्षा करने के बाद ही कुछ विचार करेगी। फेसबुक ने गिफी को मई 2020 में 40 करोड़ डॉलर देकर खरीदा था।
सीएमए ने फेसबुक द्वारा गिफी के टेकओवर के बाद कई चेतावनियों के बाद अपनी जांच शुरू की थी। गिफी स्नैपचैट, टिकटॉक और ट्विटर जैसी प्लेटफॉर्म्स को एनीमेटेड GIF मुहैया कराने वाली सबसे बड़ी कंपनी है। सीएमए की मानें तो फेसबुक को गिफी को प्रतिस्पर्धा से जुड़ी चिंताओं को दूर करने के लिए इसे बेच देना चाहिए। सीएमए ने अपनी जांच में जो मुद्दे पाए उसमें सबसे ऊपर था कि फेसबुक अपने प्रतिद्वंदियों कंपनी जैसे टिकटॉक, ट्विटर जैसी कंपनियों को जीआईएफ की सप्लाई नहीं होने दे रही थी। इसके अलावा इन कंपनियों से सर्विस को जारी रखने के लिए और ज्यादा डाटा की मांग कर रही थी।