आयुष मंत्रालय के अंतर्गत सार्वजनिक क्षेत्र की कम्पनी आईएमपीसीएल, सरकारी ई-मार्केट पोर्टल पर अपने उत्पाद की बिक्री करेगी
आयुष मंत्रालय के अंतर्गत सार्वजनिक क्षेत्र की दवा निर्माण इकाई, इंडियन मेडिसिन फार्मास्यूटिकल कॉरपोरेशन लिमिटेड (आईएमपीसीएल), यानी भारतीय दवाएं औषधि निगम लिमिटेड, को अपने उत्पाद की बिक्री के लिये एक बडा मंच मिल गया है। आईएमपीसीएल ने अपने उत्पादों को ऑनलाइन बेचने के लिए हाल ही में सरकार ई-मार्केट (जीईएम) पोर्टल के साथ समझौता किया है। आईएमपीसीएल और जीईएम के बीच इस समझौते को 03.03.2021 को अंतिम रूप दिया गया। जीईएम ने 311 दवाओं को शामिल करने वाली 31 श्रेणियां बनाईं हैं, जो ऑनलाइन बाज़ार में बिक्री के लिए इस समय उपलब्ध हैं। आईएमपीसीएल अब इन दवाओं को जीईएम पोर्टल पर अपलोड कर सकती हैं।
आयुष मंत्रालय की 100 करोड़ रुपये के वार्षिक व्यापार वाली सार्वजनिक क्षेत्र की कम्पनी-आईएमपीसीएल देश में आयुष दवाओं के सबसे भरोसेमंद निर्माताओं में से एक है। इसके अलावा इस कम्पनी को अपने उत्पादों की प्रामाणिकता के लिए भी जाना जाता है। आईएमपीसीएल आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत एकमात्र सीपीएसई है और इस कम्पनी द्वारा निर्मित आयुर्वेदिक और यूनानी दवाओं की कीमतों को वित्त मंत्रालय (व्यय विभाग) द्वारा निश्चित कर अंतिम रूप दिया जाता है। जीईएम के इस निर्णय से, आईएमपीसीएल की आयुर्वेदिक और यूनानी दवाएँ, सरकारी क्षेत्र के सैकड़ों खरीदारों के लिए वित्त मंत्रालय के व्यय विभाग द्वारा अंतिम रूप से तय किये गए मूल्य पर जीईएम पोर्टल पर बिक्री के लिए उपलब्ध होंगी। इससे केंद्र / राज्य सरकार के संस्थानों द्वारा अपने स्वास्थ्य कार्यक्रमों के लिए इन दवाओं की त्वरित खरीद की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। इस प्रकार, जीईएम और आईएमपीसीएल के बीच यह समझौता, राज्य इकाइयों द्वारा आयुर्वेदिक और यूनानी दवाओं की खरीद और वितरण को सुव्यवस्थित करने में भी मदद करता है। हर दिन सरकारी आयुष अस्पतालों का दौरा करने वाले हजारों मरीज और अन्य ग्राहकों के लाभ के लिए दूर-दराज के आयुष अस्पतालों और क्लीनिकों में भी इस तरह की दवाओं की उपलब्धता बढ़ जाती है।
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