इमरान खान का महिलाओं पर अनर्गल बयान, लड़कियों को न पढ़ाना अफगान की संस्कृति

अक्सर महिलाओं को लेकर अनर्गल बयानबाजी के बाद अपनी दकियानूसी सोच जगजाहिर करने वाले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान एक बार फिर से चर्चा में हैं। हाल ही में पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के मुद्दे पर मुस्लिम देशों की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में इमरान ने अफगानिस्तान की महिलाओं को शिक्षा से दूर रखने को जायज ठहरा दिया, जिसके बाद से ही प्रधानमंत्री इमरान खान ट्रोल हो रहे हैं।

अल अरबिया की खबर के अनुसार, इमरान खान ने ऑर्गनाइजेशन ऑफ द इस्लामिक कोऑपरेशन यानी ओआईसी सदस्य देशों के साथ बैठक के दौरान यह कहा कि, ‘लड़कियों को न पढ़ाना यह अफगान की संस्कृति है।’ अल अरबिया की रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि इस बयान के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान की देश और विदेश हर ओर आलोचना हो रही है।

दिलचस्प बात तो यह है कि पाकिस्तान लगातार अंतरराष्ट्रीय समुदाय से यह अनुरोध कर रहा है कि वह तालिबान पर लगे प्रतिबंधों को हटाए, ताकि अफगानिस्तान का दोबारा से विकास हो सके। वहीं, तालिबान ने सत्ता में आने के बाद यह आश्वासन दिया था कि वह पिछली सत्ता के मुकाबले देश की महिलाओं को ज्यादा अधिकार देगा।

हालांकि, तालिबान इससे उलट एक के बाद एक महिलाओं पर कई प्रतिबंध लगा चुका है। हाल ही में काबुल नगर निगम के प्रवक्ता के हवाले से टोलो न्यूज ने बताया था कि इस्लामिक कानूनों के खिलाफ होने की वजह से सरकार ने राजधानी के सभी दुकानों के साइनबोर्डों, बिजनेस सेंटरों से महिलाओं की फोटो हटाने का आदेश दिया है। इसके अलावा तालिबान द्वारा लड़के और लड़कियों के एक साथ पढ़ने पर भी पाबंदी लगा दी गई थी।


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