ओमिक्रोन के संक्रमण से बचना है तो रोज पिएं यह फायदेमंद काढ़ा, पढ़े पूरी रेसिपी
सर्दियों के मौसम में जहां एक तरफ शरीर को ठंड से बचाना बड़ी चुनौती होता है तो वहीं एक बार फिर कोरोना के नए वायरस ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों ने लोगों को अलर्ट कर दिया है। ठंड में इम्युनिटी काफी कमजोर हो जाती है ऐसे में कोई भी वायरस शरीर में जल्दी अटैक करता है।
खुद को संक्रमण से बचाने के लिए और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने के लिए सर्दियों में काढ़ा जरूर पीना चाहिए। इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए लोग कई तरह के उपाय कर रहे हैं। जिसमें से एक है गिलोय का काढ़ा। वैसे तो हर कोई अपने अपने तरीके से गिलोय का काढ़ा बनाता है लेकिन इसे बनाने का सही तरीका बहुत कम लोगों को पता है। आज हम आपको गिलोय का काढ़ा बनाने का सही तरीका और कितनी मात्रा में इसे पीना चाहिए।
1- सबसे पहले एक पैन में 2 कप पानी को मीडियम आंच पर उबलने के लिए रख दें
2- अब इसमें बाकी सभी सामग्री को डालें और गिलोय भी डाल दें। अब धीमी आंच पर इसे पकने दें
3- जब पानी आधा रह जाए और सभी चीजें अच्छे से पक जाएं तो गैस बंद कर दें
4- किसी कपड़े या छन्नी से इसे छानकर कप में डालें और चाय की तरह पीएं
कितनी मात्रा में पीएं गिलोय का काढ़ा?
गिलोय का काढ़ा आपको प्रतिदिन एक कप से ज्यादा नहीं पीना चाहिए। एक कप से ज्यादा मात्रा में काढ़ा पीने से आपको नुकसान भी हो सकते हैं। वहीं अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो आपको डॉक्टर की परामर्श के बाद ही इसे पीना चाहिए। गर्भवती महिलाएं, नवजात बच्चों को काढ़ा देने से पहले भी चिकित्सक की सलाह लें। ऐसे लोगों को ये काढ़ा पीने से लो ब्लड प्रेशर और ऑटो इम्यून बीमारियों का खतरा हो सकता है।
गिलोय का काढ़ा पीने के फायदे?
1- गिलोय का काढ़ा पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इसमें मौजूद अदरक और हल्दी मिलकर इम्यूनिटी बढ़ाने का काम करते हैं।
2- रोजाना गिलोय का काढ़ा पीने से शरीर कई तरह के संक्रमण और संक्रामक तत्वों से बच सकता है।
3- डेंगू में प्लेटलेट्स कम होने पर भी गिलोय का सेवन किया जाता है जिससे काफी तेजी प्लेटलेट्स बढ़ती हैं।
4- गठिया रोग में भी गिलोय बहुत फायदेमंद होता है।