कृषि और ग्रामीण श्रमिकों के लिए अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक संख्या- सितंबर, 2023

सितंबर, 2023 माह के लिए कृषि श्रमिकों और ग्रामीण श्रमिकों के लिए अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक संख्या (आधार: 1986-87=100) क्रमशः 2 अंक और 3 अंक बढ़कर 1226 (एक हजार दो सौ छब्बीस) हो गई।) और 1237 (एक हजार दो सौ सैंतीस) अंक हो गए। कृषि श्रमिकों और ग्रामीण श्रमिकों के सामान्य सूचकांक में वृद्धि होने में प्रमुख योगदान क्रमशः 1.13 और 0.88 अंकों की सीमा तक खाद्य समूह से आया, जिसका मुख्य कारण चावल, दालें, साबुत हल्दी, प्याज, चीनी, गुड़, सूखी मिर्च, लहसुन, मिश्रित मसाले आदि की कीमतों में वृद्धि होना है।

सूचकांक में वृद्धि/गिरावट अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग रही। कृषि श्रमिकों के मामले में, 15 राज्यों में 3 से 12 अंक की वृद्धि और 4 राज्यों में 2 से 12 अंक की कमी दर्ज की गई, जबकि 1 राज्य (राजस्थान) के लिए यह स्थिर रहा। तमिलनाडु 1413 अंकों के साथ सूचकांक तालिका में शीर्ष पर है जबकि हिमाचल प्रदेश 949 अंकों के साथ सबसे निचले पायदान पर है।

ग्रामीण श्रमिकों के मामले में, 14 राज्यों में 3 से 12 अंकों की वृद्धि और 5 राज्यों में 3 से 12 अंकों की कमी दर्ज की गई, जबकि 1 राज्य (राजस्थान) के लिए यह स्थिर रही। आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु प्रत्येक 1400 अंकों के साथ सूचकांक तालिका में शीर्ष पर हैं जबकि हिमाचल प्रदेश 1000 अंकों के साथ सबसे निचले पायदान पर है।

राज्यों में कृषि श्रमिकों और ग्रामीण श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक संख्या में उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक वृद्धि (प्रत्येक में 12 अंक) दर्ज की गई, जिसका मुख्य कारण चावल, गेहूं आटा, दालें, दूध, प्याज, गुड़, शर्टिंग, कपड़ा (कपास मिल) आदि की कीमतों में वृद्धि है। । इसके विपरीत, कृषि मजदूरों और ग्रामीण मजदूरों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक संख्या में अधिकतम कमी आंध्र प्रदेश में (प्रत्येक में 12 अंक) अनुभव की गई, जिसका मुख्य कारण बाजरा, सूखी मछली, हरी मिर्च, सब्जियाँ और फल, आदि की कीमतों में गिरावट रही।

सीपीआई-एएल और सीपीआई-आरएल पर आधारित मुद्रास्फीति की दर सितंबर, 2023 में 6.70 प्रतिशत और 6.55% प्रतिशत रही, जबकि अगस्त 2023 में यह क्रमशः 7.37 प्रतिशत और 7.12 प्रतिशत थी और पिछले वर्ष के इसी महीने के दौरान यह क्रमश: 7.69 प्रतिशत और 7.90 प्रतिशत थी। इसी प्रकार सितंबर 2023 में खाद्य मुद्रास्फीति 8.06 प्रतिशत और 7.73 प्रतिशत रही, जबकि अगस्त, 2023 में यह क्रमशः 8.89 प्रतिशत और 8.64 प्रतिशत और पिछले वर्ष के इसी महीने के दौरान क्रमशः 7.47 प्रतिशत और 7.52 प्रतिशत रही थी।