जानिए क्यूं बोला जाता है हैप्पी क्रिसमस की जगह मैरी क्रिसमस? वजह है बेहद दिलचस्प
दिसंबर का महीना चल रहा है। इस महीने में हमें सबसे ज्यादा जो आवाज सुनाई देती है वह होती है मैरी क्रिसमस. ..वहीं क्रिसमस के दिन मैरी क्रिसमस लिखे हुए कई मैसेज आपके पास भी आते होंगे। साथ ही आप कई तरह के सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी मैरी क्रिसमस के मैसेज रिसीव करते हैं। फिर आप भी इन मैसेज के रिप्लाई में मैरी क्रिसमस लिखते हैं।
लेकिन, क्या कभी आपने सोचा या यह बात कभी आपके दिमाग में आई कि होली, दिवाली, न्यू ईयर पर हम किसी को विश करने के लिए हैप्पी शब्द का इस्तेमाल करते हैं, जैसे हैप्पी होली, हैप्पी दिवाली, हैप्पी न्यू ईयर, हैप्पी ईस्टर आदि। लेकिन, क्रिसमस की शुभकामनाएं देते समय हम हैप्पी क्रिसमस का प्रयोग नहीं करते हैं। यहां हम मैरी शब्द का प्रयोग करते हैं।
क्या आप इसके पीछे का कारण जानते हैं? अगर आपको इस बारे में जानकारी नहीं है तो आज हम आपको इसके पीछे का कारण बताते हैं। यूरोप में 18वीं और 19वीं सदी में लोग क्रिसमस पर मैरी क्रिसमस की जगह हैप्पी क्रिसमस ही बोलकर एक दूसरे को विश किया करते थे।
साथ ही आपको बता दें कि इंग्लैंड में आज भी बहुत से लोग मैरी की जगह हैप्पी क्रिसमस का प्रयोग करते हैं। इसके अलावा ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ भी हैप्पी क्रिसमस शब्द का प्रयोग करती थी। वैसे अगर दोनों शब्दों के अर्थ को समझा जाए तो दोनों का मतलब एक ही है यानी खुशी। लेकिन, आज के समय में लोगों के बीच मैरी शब्द ज्यादा प्रचलित है।
दरअसल मैरी शब्द को फेमस करने के पीछे मशहूर साहित्यकार चार्ल्स डिकेंस का बहुत बड़ा रोल माना जाता है। आज से करीब 175 साल पहले पब्लिश हुई किताब ‘अ क्रिसमस कैरोल’ में सबसे ज्यादा मैरी शब्द का प्रयोग किया। बाद में यह किताब पूरी दुनिया में पढ़ी गई और इसके बाद हप्पी की जगह मैरी का प्रचलन शुरू हो गया।
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