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जुलाई में कोयला उत्पादन 14.11 प्रतिशत बढ़कर 68.75 मिलियन टन हो गया

वित्त वर्ष 2023-24 के लिए जुलाई तक संचयी कोयला उत्पादन 292.12 मिलियन टन तक पहुंचा

जुलाई में कोयला डिस्पैच 74.33 मिलियन टन तक पहुंच गया

कोयला मंत्रालय ने जुलाई 2023 के महीने के दौरान समग्र कोयला उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि अर्जित की है, जो जुलाई 2022 के महीने के 60.25 मिलियन टन के आंकड़े को पीछे छोड़ते हुए 68.75 मिलियन टन तक पहुंच गया। यह 14.11 प्रतिशत की बढ़ोतरी प्रदर्शित करती है। कोल इंडिया लिमिटेड ( सीआईएल ) का उत्पादन जुलाई 2022 के महीने के 47.29 मिलियन टन की तुलना में 13.41 प्रतिशत की वृद्धि के साथ जुलाई 2023 के महीने में 53.63 मिलियन टन तक बढ़ गया है। संचयी कोयला उत्पादन ने वित्त वर्ष 2022-23 की इसी अवधि के 265.94 मिलियन टन की तुलना में वित्त वर्ष 2023-24 (जुलाई 2023 तक) के दौरान 9.84 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 292.12 मिलियन टन (अनंतिम) की एक विशाल छलांग लगाई है।

इसके अतिरिक्त, कोयला डिस्पैच में जुलाई 2023 के दौरान एक प्रभावशाली बढोतरी दर्ज की गई है जो 74.33 मिलियन टन की एक प्रभावशाली संख्या तक पहुंच गया। जुलाई 2022 में दर्ज किए गए 67.46 मिलियन टन की तुलना में 10.19 प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ यह एक उल्लेखनीय प्रगति प्रदर्शित करता है। इसी के साथ-साथ, कैप्टिव / अन्य कोयला डिस्पैच ने असाधारण निष्पादन प्रदर्शित किया जो जुलाई के 9.74 एमटी की तुलना में 17.83 प्रतिशत की वृद्धि प्रदर्शित करते हुए जुलाई 2023 के दौरान 11.48 एमटी तक पहुंच गया। संचयी कोयला डिस्पैच (जुलाई 2023 तक) ने वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान वित्त वर्ष 2022-23 की समान अवधि के 291.59 एमटी की तुलना में 7.79 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 314.30 एमटी (अनंतिम) की उल्लेखनीय बढोतरी प्रदर्शित की है।

यह देशभर में कोयले का सुचारु वितरण सुनिश्चित करने में कोयला आपूर्ति श्रृंखला की दक्षता को रेखांकित करता है। कोयला मंत्रालय मानसून सीजन के दौरान निरंतर कोयला उत्पादन और डिस्पैच सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसने खनन प्रचालनों की सुरक्षा करने एवं प्रचालनगत दक्षताओं को बढ़ाने के लिए कई कार्यनीतियों को कार्यान्वित किया है।

कोयला उत्पादन, डिस्पैच और स्टॉक की स्थिति के उल्लेखनीय ऊंचाई तक पहुंचने के कारण कोयला सेक्टर में अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई है। कोयला सार्वजनिक उपक्रमों का अथक समर्पण इस असाधारण वृद्धि को प्रेरित करने में मुख्य रूप से सहायक रहा है। कोयला मंत्रालय एक भरोसमंद तथा अनुकूल ऊर्जा क्षेत्र सुनिश्चित करने के लिए सहयोगात्मक प्रयासों, प्रौद्योगिकीय उन्नति तथा टिकाऊ प्रथाओं के लिए प्रतिबद्ध है।