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डाक जीवन बीमा (पीएलआई) ने बिक्री दल के लिए प्रोत्साहन राशि का प्रत्यक्ष वितरण शुरू किया: एक परिवर्तनकारी पहल

डाक जीवन बीमा (पीएलआई) वर्ष 1884 से बीमा क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित नाम है। वह अब अपने ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण में एक उत्साहपूर्ण कदम उठा रहा है। डाक जीवन बीमा ने अपने बिक्री दल की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करते हुए दिल्ली और उत्तराखंड मंडल में “प्रत्यक्ष प्रोत्साहन संवितरण” के लिए गर्व के साथ एक प्रायोगिक कार्यक्रम शुरू किया है।

डाक जीवन बीमा की सफलता में उसके बिक्री कर्मचारी का योगदान रहा हैं, जो विभाग की उपलब्धियों के पीछे की प्रेरक शक्ति की तरह कार्य करते हैं। उनका समर्पण ग्राहकों तक बीमा उत्पाद पहुंचाने और ग्राहकों को जोड़े रखने की डाक जीवन बीमा की क्षमता को गहराई से प्रभावित करता है, जिससे वे अपरिहार्य रूप से ब्रांड एंबेसडर बन जाते हैं। डाक जीवन बीमा- पीएलआई के एजेंट वैयक्तिकृत सेवाएं प्रदान करके और ग्राहकों के साथ सशक्त संबंध स्थापित करके लगातार राजस्व की वृद्धि में अपना योगदान देते हैं।

डाक जीवन बीमा निरंतर सुधार के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता के अनुरूप, अब अपने एजेंट प्रोत्साहन कार्यक्रम में एक प्रमुख पहल का शुभारंभ कर रहा है। इसके तहत “प्रत्यक्ष प्रोत्साहन संवितरण” सुविधा के माध्यम से एजेंटों को पिछले महीने से उनकी मेहनत की कमाई का कमीशन सीधे उनके डाकघर बचत बैंक खातों में निर्बाध हस्तांतरण के जरिए प्राप्त होगा।

यह अभूतपूर्व पहल ग्रामीण डाक सेवकों, एजेंटों, क्षेत्रीय अधिकारियों और विभागीय कर्मचारियों सहित देश भर में बिक्री बल के लगभग दो लाख सदस्यों को प्रभावित करेगी। सुरक्षित और तात्कालिक फंड ट्रांसफर के साथ यह सुव्यवस्थित प्रक्रिया देरी होने तथा सत्यापन की आवश्यकता को समाप्त कर देती है। डाक जीवन बीमा का लक्ष्य प्रोत्साहन राशि को वितरित करने के तरीके को आधुनिक बनाकर एजेंटों के साथ अपने संबंधों को मजबूत करना और उत्कृष्टता की संस्कृति को प्रेरित करना है।

प्रायोगिक कार्यक्रम से होने वाले मुख्य लाभ:

-तीव्र और सुरक्षित लेनदेन: बिक्री दल को प्रोत्साहन धनराशि सीधे उनके पीओएसबी खातों में प्राप्त होती है।

-सुविधा और प्रेरणा: बिक्री दल आसानी से अपनी प्रोत्साहन धनराशि का प्रबंधन कर सकता है और तत्काल पारितोषिक इष्टतम प्रदर्शन को बढ़ावा देते हैं।

-सरलीकृत प्रबंधन: स्वचालित भुगतान प्रबंधन लागत को कम करता है, जिससे ग्राहक सेवा प्रदान करने पर अधिकतम ध्यान केंद्रित किया जा सकता है।

डाक विभाग के महानिदेशक, डाक सेवाएं, श्री आलोक शर्मा, सदस्य (पीएलआई) और मुख्य महाप्रबंधक (पीएलआई) की उपस्थिति में इस पहल का शुभारंभ किया गया। सभी डाक परिमंडलों के मुख्य पोस्टमास्टर जनरल ने भी इस कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हिस्सा लिया।