नागर विमानन मंत्री ने एयरलाइनों को अयोध्या और सूरत जैसे टियर 2, टियर 3 शहरों के लिए समयबद्ध प्रदर्शन और अंतर्राष्ट्रीय संपर्क बढ़ाने के लिए कहा

विशिष्ट मार्गों पर हवाई किराये को नियंत्रित रखें

केंद्रीय नागर विमानन और इस्पात मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम सिंधिया ने एयरलाइन उद्योग के प्रमुख प्रतिनिधियों के साथ एक सलाहकार समूह के बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें एयरलाइनों द्वारा ग्राहकों को प्रदान की जाने वाली सेवाओं और प्रदर्शन संबंधित मुद्दों पर बातचीत की गई।

मंत्री ने प्रत्येक एयरलाइन द्वारा समयबद्ध प्रदर्शन (ओटीपी) को बढ़ावा देने पर बल दिया और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को वीएफआर (विजुअल फ्लाइट रूल्स) से लैस हवाई अड्डों पर तकनीकी विनिर्देशों पर फिर से विचार करने का निर्देश दिया, जिससे एयरलाइनों को ओटीपी बढ़ाने में मदद मिल सके।

उन्होंने प्रत्येक एयरलाइन द्वारा हवाई किराए में अपनायी जा रही स्व-निगरानी तंत्र की भी समीक्षा की और कुछ विशिष्ट मार्गों पर किराए को नियंत्रित करने पर बल दिया। डीजीसीए टैरिफ मॉनीटरिंग यूनिट को यादृच्छिक आधार पर चयनित हवाई मार्गों पर हवाई किरायों की नियमित निगरानी करने के लिए संस्थागत बनाया गया है।

टियर 2 और टियर 3 शहरों के साथ अंतर्राष्ट्रीय गंतव्यों (जैसे अयोध्या और सूरत) के संपर्क को मजबूत करने के उद्देश्य से, मंत्री ने एयरलाइनों को अगले छह महीनों के लिए व्यक्तिगत विमान शामिल करने के साथ-साथ तैनाती योजना प्रस्तुत करने के लिए कहा। उन्होंने सलाह दी कि एयरलाइनों को पॉइंट-टू-पॉइंट सीधा संपर्क पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और इस प्रकार, वाइड बॉडी और नैरो-बॉडी लंबी दूरी विमानों के साथ अपनी क्षमताओं को बढ़ाना चाहिए।

इस बैठक में केंद्रीय नागर विमानन और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ वी के सिंह, नागर विमानन मंत्रालय (एमओसीए) के सचिव, श्री वुमलुनमांग वुअलनाम और मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया।