नारायण राणे ने 77वें स्वतंत्रता दिवस पर माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा विश्वकर्मा योजना की घोषणा की प्रशंसा की
राणे ने कहा कि यह योजना उन विश्वकर्माओं का समर्थन करेगी जो अपने हाथों से औजारों का उपयोग करके काम करते हैं और इस योजना के लिए 13000 – 15000 करोड़ रुपये का प्रारंभिक आवंटन किया गया है, इसका विश्वकर्मा जयंती पर शुभारंभ किया जाएगा
केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री नारायण राणे ने 77वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा विश्वकर्मा योजना की घोषणा की प्रशंसा की।
आज नई दिल्ली में उनके निवास स्थान पर 77वें स्वतंत्रता दिवस का उत्सव मनाने आए देश भर से 49 खादी कारीगरों व 57 कारीगरों (विश्वकर्मा) और उनके जीवनसाथियों की मेजबानी करते हुए उन्होंने कहा कि यह योजना उन विश्वकर्माओं का समर्थन करेगी जो अपने हाथों से औजारों का उपयोग करके काम करते हैं और यह योजना, जिसके लिए प्रारंभिक आवंटन 13000–15000 करोड़ रुपये किया गया है, इसका विश्वकर्मा जयंती पर शुभारंभ किया जाएगा।
श्री राणे ने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि भारत सरकार के सहयोग से, ये कारीगर अपना उद्यम स्थापित कर पाएंगे और अपना उत्पादन तथा अपनी आय बढ़ाने में सक्षम होंगे।
इस अवसर पर बोलते हुए सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम राज्य मंत्री श्री भानुप्रताप सिंह वर्मा ने राष्ट्र निर्माण में कारीगरों के अपार योगदान को स्वीकार किया और उन्हें मंत्रालय से निरंतर समर्थन का आश्वासन दिया।
ये कारीगर उन 1800 विशेष अतिथियों में से हैं, जिन्हें भारत सरकार ने माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लाल किले, नई दिल्ली में राष्ट्रीय ध्वजारोहण समारोह के लिए आमंत्रित किया गया था।
बातचीत के दौरान, कारीगरों ने माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और भारत सरकार को इस ऐतिहासिक स्वतंत्रता दिवस समारोह का हिस्सा बनने का अवसर प्रदान करने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने यह भी आशा व्यक्त की कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय विभिन्न पहलों के साथ उनका समर्थन करना जारी रखेगा और राष्ट्र के विकास में सामूहिक रूप से योगदान देने में उनकी सहायता करेगा।